विश्लेषकों की राय है कि स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह घरेलू मोर्चे पर मुद्रास्फीति, औद्योगिक उत्पादन (IIP) के आंकड़ों से तय होगी। इसके अलावा सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र की कंपनियों के तिमाही नतीजे भी बाजार को दिशा देंगे।
उन्होंने कहा कि वैश्विक रुझान, रुपये का उतार-चढ़ाव, ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और विदेशी कोषों का रुख भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह कई महत्वपूर्ण वृहद आर्थिक आंकड़े आने हैं। 12 जनवरी को IIP और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित महंगाई के आंकड़े आएंगे। उसी दिन चीन और अमेरिका भी अपने मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी करेंगे।’’
मीणा ने कहा कि तिमाही नतीजों के सीजन की शुरुआत IT कंपनियों के साथ होगी। सप्ताह के दौरान TCS, Infosys और HCL टेक अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी।
बीते सप्ताह BSE का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 940.37 यानी 1.55 प्रतिशत के नुकसान में रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 245.85 अंक यानी 1.36 प्रतिशत टूटा।
जूलियर बेयर इंडिया के कार्यकारी निदेशक मिलिंद एम ने कहा कि भारतीय शेयर बाजारों की नए साल में शुरुआत सतर्क रुख के साथ हुई। बाजारों में वहीं रुख दिखा, जो पिछले साल के आखिरी महीने यानी दिसंबर में था।
उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति तथा विदेशी कोषों की सतत निकासी ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक का ब्योरा जारी होने के बाद निवेशकों की जोखिम लेने की धारणा पर असर पड़ा है। इस ब्योरे से 2023 में ब्याज दरों में और बढ़ोतरी का संकेत मिला है।
नायर ने कहा कि इस सप्ताह आईटी क्षेत्र की कंपनियां TCS, Infosys, HCL Tech और Wipro अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी। वहीं 12 जनवरी को IIP और CPI के आंकड़े आएंगे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा कि घरेलू कारकों के अलावा वैश्विक बाजार के रुख पर सभी की निगाह रहेगी।
सैमको सिक्योरिटीज में बाजार परिदृश्य प्रमुख अपूर्व सेठ ने कहा कि इस सप्ताह बाजार भागीदारों की निगाह अमेरिका और चीन के मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर रहेगी। ‘‘घरेलू मोर्चे पर तीसरी तिमाही के नतीजों के सीजन की शुरुआत आईटी कंपनियों के साथ होगी।’’