केनरा रोबेको एएमसी में इक्विटी प्रमुख श्रीदत्त भांडवलदार
केनरा रोबेको एएमसी में इक्विटी प्रमुख श्रीदत्त भांडवलदार के अनुसार डॉलर सूचकांक के चरम पर पहुंचने और नई अमेरिकी नीतियों के कारण अमेरिकी बाजार की धारणा प्रभावित होने के साथ ही विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की निकासी का सबसे बुरा दौर अब समाप्त होने की संभावना है। अभिषेक कुमार के साथ ईमेल बातचीत में भांडवलदार ने कहा कि अगर मूल्यांकन और आय वृद्धि आकर्षक हो जाते हैं तो एफपीआई निवेश सुधर सकता है। मुख्य अंश:
क्या भारी बिकवाली के बाद अब मूल्यांकन आकर्षक हो गए हैं?
मूल्यांकन 6-12 महीने पहले की तुलना में अब ज्यादा संतोषजनक हैं। मूल्यांकन का आकलन हमेशा आय अनुमानों और वृद्धि की अपेक्षाओं के लिहाज से किया जाता है और ये दोनों ही अगली 2-3 तिमाहियों के लिए महत्वपूर्ण कारक हैं। आय अनुमानों के आधार पर लार्जकैप मूल्यांकन 10-वर्षीय औसत 18-19 गुना एक वर्षीय आगामी आय के अनुरूप हैं। मिड-कैप अभी भी 25 गुना ऊपर कारोबार कर रहे हैं, जो ऐतिहासिक औसत से लगभग 10-15 प्रतिशत अधिक है। स्मॉलकैप ऐतिहासिक मूल्यांकन के मुकाबले 21 गुना पर कारोबार कर रहे हैं।
एफपीआई बिकवाली जारी रहने से क्या बाजारों में और गिरावट आ सकती है?
एफपीआई की निकासी भारत के समकक्षों देशों और ऐतिहासिक औसत की तुलना में ऊंचे मूल्यांकन, पिछली तीन तिमाहियों में आय से निराशा और चुनाव नतीजों के बाद अमेरिका की ओर पूंजी जाने की वजह से हुई है। अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में वृद्धि ने भी उभरते बाजारों के प्रति निवेशक धारणा को कमजोर किया। हमारा अनुमान है कि हम एफपीआई बिकवाली का बुरा दौर पहले ही देख चुके हैं। डॉलर के चरम पर पहुंचने, नई अमेरिकी नीतियों से अमेरिकी धारणा और विकास को नुकसान पहुंचने से पूंजी अब उभरते बाजारों की ओर आने की संभावना है, बशर्ते आय वृद्धि-मूल्यांकन दोनों आकर्षक हों।
बाजार की दिशा में बदलाव कैसे आ सकता है?
दो अंक की कॉरपोरेट आय वृद्धि और एफपीआई निवेश में बदलाव की संभावना से अगली 2-4 तिमाहियों में बाजार की दिशा बदल सकती है। हमें उम्मीद है कि कॉरपोरेट आय वृद्धि धीरे-धीरे दो अंक में वापस आ जाएगी, जो सरकारी पूंजी और राजस्व व्यय में सुधार, ब्याज दरों में कटौती और मुद्रा दबाव कम होने से घरेलू तरलता में सुधार के कारण आएगी।
मार्च तिमाही के नतीजे कैसे रहेंगे? क्या आपको कुछ सुधार की उम्मीद है?
हमें ज्यादा सुधार के आसार नहीं दिख रहे हैं। लेकिन हमें उम्मीद है कि आय में गिरावट कम होने लगेगी। मार्च तिमाही में बड़ी कंपनियों की आय में मजबूती देखने को मिल सकती है। उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 की पहली या दूसरी तिमाही से आय में धीरे-धीरे सुधार होने लगेगा।
आप किन क्षेत्रों/थीमों पर उत्साहित/नकारात्मक हैं?
हमारा मानना है कि बड़े बैंक, एनबीएफसी, फार्मा, दूरसंचार, विमानन, अस्पताल, होटल, चुनिंदा उद्योग, ऑटोमोबाइल और कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी क्षेत्र बेहतर आय वृद्धि दर्ज करेंगे।
क्या नए बाजार की गतिशीलता ने आपकी फंड प्रबंधन रणनीतियों में बदलाव किया है?
बाजार में बदलाव ही एकमात्र स्थिर चीज है। बाजार का संदर्भ हर पांच साल में बदलता है। हमें कुछ मौजूदा कारकों में महत्त्वपूर्ण बदलाव करना होगा। वास्तव में, एक बॉटम-अप मार्केट हमारी फंड प्रबंधन शैली के लिए अधिक अनुकूल है क्योंकि इस प्रबंधन शैली में व्यवसाय की गुणवत्ता, प्रबंधन की गुणवत्ता और बैलेंस शीट की गुणवत्ता हमारी विचार प्रक्रिया के मुख्य स्तंभ हैं।