भारतीय आईपीओ बाजार फंड जुटाने का एक महत्वपूर्ण जरिया बनकर उभर रहा है। पिछले कुछ ही दिनों में कई कंपनियों के आईपीओ ने निवेशकों की संपत्ति में तेजी से वृद्धि की है।
पिछले वर्ष के दौरान प्राइमरी मार्केट में एंट्री करने वाले ज्यादातर कंपनियों के आईपीओ ने मजबूत लाभ दिया है और इस साल ऐसी ही कुछ विभोर स्टील के आईपीओ ने करके दिखाया है।
विभोर स्टील ट्यूब्स आईपीओ (Vibhor Steel Tubes IPO) को सब्सक्रिप्शन के तीन दिन जबरदस्त रिस्पांस मिला था। BSE के आंकड़ों के मुताबिक, आखिरी दिन विभोर स्टील ट्यूब्स आईपीओ का सब्सक्रिप्शन 298.86 गुना बुक हुआ था।
रिटेल निवेशकों के हिस्से को 188.17 गुना, गैर संस्थागत निवेशकों (NII) के हिस्से को 721.34 गुना और योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) के हिस्से को 178.73 गुना सब्सक्राइब किया गया था। वहीं, कंपनी के कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्से के लिए 201.48 गुना बोलियां मिली थी।
विभोर स्टील ट्यूबेस के आईपीओ (Vibhor Steel Tubes IPO) की शेयर बाजार में मंगलवार को ब्लॉकबस्टर एंट्री हुई। NSE पर विभोर स्टील का शेयर 425 रुपये पर लिस्ट हुआ, जो 151 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 181.5 प्रतिशत ज्यादा है।
वहीं, BSE पर विभोर स्टील ट्यूब्स का शेयर शानदार रिटर्न के साथ 421 रुपये पर लिस्ट हुआ जो अपने इश्यू प्राइस या प्राइस बैंड की तुलना में 178.81 प्रतिशत ज्यादा है।
विभोर स्टील 190 प्रतिशत से ज्यादा प्रीमियम के साथ लिस्ट होने वाले 2024 का सबसे बड़ा आईपीओ बन गया है। विभोर स्टील से पहले बीएलएस ई-सर्विसेज 171 प्रतिशत के लिस्टिंग गेन और 162.5 गुना के सब्सक्रिप्शन रेट के साथ टॉप पर था।
स्टील की पाइप और ट्यूब बनाने वाली कंपनी Vibhor Steel Tubes (VSTL) का आईपीओ 13 फरवरी को ओपन हुआ था और 15 फरवरी को क्लोज हो गया। कंपनी की योजना IPO के जरिये 72.17 करोड़ रुपये जुटाने की है।
कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 141-151 रुपये तय किया गया है।
कंपनी ने एक लॉट में 99 शेयर रखे था, इसलिए निवेशकों को 151 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से कम से कम 14,949 रुपये का निवेश किया था।
कंपनी आईपीओ के जरिये मिले फंड के इस्तेमाल अपने सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों समेत कंपनी की वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी।