Ganesh Consumer IPO GMP: सत्तू बनाने वाली पैकेज्ड फूड कंपनी गणेश कंज्यूमर प्रोडक्ट्स आईपीओ को अप्लाई करने का बुधवार को आखिरी मौका है। कंपनी का पब्लिक इश्यू सब्सक्राइब करने के लिए सोमवार को खुला था। कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 306 से 322 रुपये प्रति शेयर तय किया है। अपर प्राइस बैंड पर कंपनी की योजना 409 करोड़ रुपये जुटाने की है।
गणेश कंज्यूमर आईपीओ के सब्सक्रिप्शन की बात करें तो अप्लाई करने के दूसरे तक इश्यू को 0.42 गुना सब्सक्राइब किया गया था। दूसरे दिन तक आईपीओ को 36.93 लाख करोड़ शेयरों के लिए बोली मिली। जबकि पेशकश पर कुल 88.96 लाख शेयर रखे गए हैं। रिटेल हिस्से ने अब तक 44 प्रतिशत अप्लाई किया। जबकि नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटेगरी में 0.23 गुना बोली लगी और क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने दूसरे दिन तक 0.49 गुना अप्लाई किया। वहीं, कर्मचारी हिस्से की बुकिंग 1.12 गुना रही।
गणेश कंज्यूमर प्रोडक्ट्स IPO को ग्रे मार्केट में ठीक-ठाक दिलचस्पी मिल रही है। इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 9 रुपये पर चल रहा है। इसका मतलब है कि शेयर इश्यू प्राइस से 9 रुपये से ज्यादा पर ट्रेड हो रहे हैं। ग्रे मार्केट प्रीमियम के आधार पर शेयर 331 रुपये के आसपास लिस्ट हो सकते है। यह प्राइस बैंड के अपर एंड 322 रुपये से लगभग 2.80 प्रतिशत ज्यादा है।
गणेश कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का आईपीओ 408.80 करोड़ रुपये का है। इसमें 130 करोड़ रुपये के 40 लाख शेयर नए जारी किए जाएंगे जबकि 87 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) पर है। निवेशक आईपीओ में 46 शेयरों के लॉट में आवेदन कर सकते हैं। रिटेल निवेशकों को कम से कम एक लॉट के लिए आवेदन करना आवश्यक है। इसके लिए ऊपरी प्राइस बैंड पर मिनिमम निवेश 14,812 रुपये बनता है। इस इश्यू में कर्मचारियों के लिए 30 रुपणे प्रति शेयर की छूट के साथ 34,247 शेयरों का रिजर्व हिस्सा भी शामिल है।
शेयरों का अलॉटमेंट 25 सितंबर, 2025 को होने की संभावना है ,जबकि BSE और NSE पर लिस्टिंग 29 सितंबर, 2025 को तय है। डैम कैपिटल एडवाइजर्स लिमिटेड बुक-रनिंग लीड मैनेजर के रूप में कार्य कर रहा है, जबकि MUFG Intime India Pvt. Ltd. रजिस्ट्रार है। फ्रेश इश्यू से प्राप्त राशि का उपयोग कर्ज चुकाने, दार्जिलिंग में नया भुना हुआ चना आटा और चना आटा प्लांट स्थापित करने तथा सामान्य कॉर्पोरेट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
आनंद राठी रिसर्च ने इस आईपीओ को लॉन्ग टर्म लिहाज से सब्सक्राइब करने की सलाह दी है। ब्रोकरेज का मानना है कि यह पब्लिक इश्यू पूरी तरह से वैल्यूएशन पर है। अपर प्राइस बैंड पर कंपनी का FY25 के पी/ई रेश्यो के हिसाब से वैल्यूएशन 36.7 गुना है।
ब्रोकरेज ने कहा कि कंपनी की रणनीति B2C ऑपरेशंस को मजबूत करने, मौजूदा बाजारों में पहुंच बढ़ाने और नए क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इसमें मुख्य फोकस पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, ओडिशा और असम है। कंपनी शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण पूर्वी भारत में ब्रांड की मौजूदगी बढ़ाने के लिए मार्केटिंग और विज्ञापन गतिविधियों को तेज करने का भी लक्ष्य रखती है। इन सभी कारणों के आधार पर यह IPO पूरी तरह से वैल्यूएशन पर लगता है और इसे “सब्सक्राइब – लॉन्ग टर्म” के रूप में सब्सक्राइब करने की सलाह देते है।