मल्टी-स्पेशियलिटी हेल्थकेयर सेवाएं देने वाली कंपनी गुजरात किडनी एंड सुपर स्पेशियलिटी का आईपीओ सोमवार, 22 दिसंबर 2025 से निवेश के लिए खुल गया है। यह आईपीओ कुल 250.80 करोड़ रुपये का है। इसमें कंपनी 2.2 करोड़ नए शेयर जारी करेगी। इस आईपीओ में प्रमोटरों की तरफ से कोई शेयर बिक्री (OFS) नहीं होगी।
अरिहंत कैपिटल के मुताबिक कंपनी गुजरात में बढ़ती खास इलाज वाली स्वास्थ्य सेवाओं की मांग से आगे चलकर अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। कंपनी का फोकस किडनी से जुड़े इलाज पर है और यह कम खर्च में विस्तार करने का मॉडल अपनाती है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी की रणनीति सही है, लेकिन मौजूदा कीमत पर शेयर महंगे हैं। इसलिए अरिहंत कैपिटल ने इस आईपीओ को लेकर ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी है।
एसबीआई सिक्योरिटीज ने भी इस आईपीओ को न्यूट्रल बताया है। ब्रोकरेज के अनुसार कंपनी का कारोबार हाल ही में प्रमोटर की दूसरी कंपनी से ट्रांसफर हुआ है, इसलिए इसका ऑपरेटिंग इतिहास छोटा है। साथ ही, जिस अस्पताल को खरीदने की योजना है, उसमें कामकाज से जुड़े जोखिम भी हो सकते हैं।
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी की आय, मुनाफा और ऑपरेटिंग प्रॉफिट में तेज बढ़ोतरी हुई है। हालांकि यह बढ़त इसलिए भी दिख रही है क्योंकि कारोबार का ट्रांसफर हाल ही में हुआ है।
ग्रे मार्केट में गुजरात किडनी के शेयर 121 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहे हैं। इसका मतलब है कि आईपीओ के ऊपरी प्राइस बैंड 114 रुपये के मुकाबले करीब 7 रुपये का प्रीमियम चल रहा है।
गुजरात किडनी का आईपीओ 24 दिसंबर 2025 को बंद होगा। शेयरों का अलॉटमेंट 26 दिसंबर को होने की उम्मीद है। जिन निवेशकों को शेयर मिलेंगे, उनके डीमैट अकाउंट में शेयर 29 दिसंबर को आएंगे। कंपनी के शेयर 30 दिसंबर 2025 को NSE और BSE पर लिस्ट हो सकते हैं।
आईपीओ का प्राइस बैंड 108 से 114 रुपये तय किया गया है। एक लॉट में 128 शेयर होंगे। खुदरा निवेशक को कम से कम 14,592 रुपये लगाने होंगे।
कंपनी इस आईपीओ से मिले पैसों से अहमदाबाद में परेख्स हॉस्पिटल खरीदेगी। इसके अलावा वडोदरा में नया अस्पताल बनाएगी, मेडिकल टेक्नोलॉजी और रोबोटिक उपकरण खरीदेगी और कुछ कर्ज चुकाएगी। बाकी पैसा सामान्य कामकाज और भविष्य की खरीदारी में लगाया जाएगा।