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लक्ष्य की प्राप्ति के लिए फंडों की संख्या कम हो तो बेहतर है

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 7:00 AM IST

मेरी उम्र 33 साल है और मैं शादीशुदा हूं। मैं प्रति महीने 30,000 रुपये की बचत करता हूं। मेरी बचत के तीन लक्ष्य हैं- बच्चे की शिक्षा, उनकी शादी और मेरी सेवानिवृत्ति। मैं आपको अपने पोर्टफोलियो के साथ सिप में किए गए निवेश की जानकारी संलग्न कर आपको भेज रहा हूं।


मै अपने निवेश पर प्रति वर्ष 20-30 प्रतिशत अर्जित करना चाहता हूं ताकि 15-17 वर्षों में यह बढ़ कर 4-5 करोड़ रुपये हो जाए। कृपया मेरे पोर्टफोलियो की समीक्षा करें। फंडों का मेरा चयन सही है या नहीं इस संदर्भ में कृपया अपना सुझाव दें। – -सतिंदर सिकरी

निश्चित ही आप एक सोच समझ कर और खास तरीके से निवेश करने वालों में से हैं। अपनी बचत के लक्ष्यो को ध्यान में रखते हुए आप नियमित तौर पर बचत करते हैं और आपने योजनाबध्द निवेश योजनाओं का चयन किया है जो निवेश का एक अनुशासित तरीका है। फंडों का आपका चुनाव तारीफ के काबिल है। आपने 19 ऐसे इक्विटी फंडों का चयन किया है जिनकी रंटिंग बहुत अच्छी है।

सही बात कही जाए तो आपको अपनी लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत सारे फंडों की जरूरत नहीं है। इसके अलावा 19 फंडों वाले पोर्टफोलियो को मॉनिटर करना और उसकी समीक्षा करना एक कठिन कार्य है। और जरा 19 खातों के विवरण को प्रत्येक महीने ट्रैक करने के बारे में सोचिए।

आपके निवेश में दूसरी भूल यह है कि आपने छह टैक्स सेविंग फंडों में निवेश किया हुआ है जो अनावश्यक है। इतने सारे फंडों के परिणामस्वरुप आपके पोर्टफोलियो में 330 शेयर शामिल हैं जिनमें से 58 प्रतिशत लार्ज कैप में, 28 प्रतिशत मिड कैप में और 24 प्रतिशत स्मॉल कैप के हैं।

हमारे द्वारा सुझाए गए पोर्टफोलियो में इन मुद्दों को ध्यान में रखा गया है। हमारा मानना है कि अपेक्षाकृत कम फंड वाले पोर्टफोलियो के माध्यम से विभिन्न शेयरों, श्रेणियों और फंड प्रबंधकों के बीच समान स्तर का विशाखन प्राप्त करना संभव है और यह मॉनिटर और प्रबंधन की दृष्टि से भी आसान होगा।

जोखिम उठाने की आपकी प्रबल क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए हमने आपके लिए सात फंडों वाला पोर्टफोलियो तैयार किया है जिसमें एक लार्ज कैप विशाखित इक्विटी फंड, 2 आक्रामक इक्विटी फंड, एक श्रेणी आधारित फंड, 2 इक्विटी लिंक्ड टैक्स सेविंग फंड और एक ऋण फंड शामिल है।

आपने बिल्कुल सही सोचा है कि हमने एक ऋण फंड का भी चयन किया है। इसका कारण यह है कि आपके पोर्टफोलियो में हमें निश्चित आय आवंटन की कमी थी। 10-15 प्रतिशत का निश्चित आय आवंटन, जिसे आप वार्षिक आधार पर पुनर्संतुलित कर पाएं, यह सुनिश्चित करता है कि जब बाजार में तेजी आती है तो आपको कुछ लाभ प्राप्त हो और मंदी के दिनों में भी इक्विटी से होने वाले घाटे को कम कर सके।

कोई भी व्यक्ति इक्विटी में किए गए निवेश के प्रतिफल की भविष्यवाणी नहीं कर सकता है खास तौर से तब जब आप लंबी समयावधि के लिए निवेश कर रहे हों। लेकिन कम से कम आप ज्यादा अपेक्षाएं नहीं रखते हैं। ज्यादा वास्तविक नजरिये के लिए पिछले निवेश के आधार पर हमने 5,000 रुपये प्रति महीने यूटीआई मास्टरशेयर (जो भारत का सबसे पुराना इक्विटी फंड है)  और सेंसेक्स में 20 वर्षों तक निवेश किया जाएगा, ऐसा माना है।

1 जून 2008 को यूटीआई मास्टरशेयर का निवेश लगभग 78,98,749 रुपये का होगा जिसका मतलब है कि वार्षिक प्रतिफल 16.50 प्रतिशत का है। शुरुआती 10 वर्षों में मास्टरशेयर सबसे बढ़िया फंड था उसके बाद के पांच वर्षों में इसका प्रदर्शन खराब रहा और पिछले पांच सालों की बात करें तो यह औसत से भी कम प्रदर्शन करने वाला रहा है। सेंसेक्स में किया गया इसी प्रकार का निवेश भी लगभग समान परिणाम देता हुआ प्रतीत होता है।

अगर आपने इसमें निवेश किया होता तो आपके निवेश का मूल्य 78,99,787 रुपये हो गया होता। अब आपके निवेश की बात करते हैं। प्रति महीने 30,000 रुपये का किया जाने वाला निवेश जिसमें 15 प्रतिशत की दर से चक्रवृध्दि हो रही हो 15 साल बाद 1.8 करोड़ रुपये हो जाएगा। सुनने में अच्छा लग रहा है न?

First Published : June 22, 2008 | 11:46 PM IST