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10 वर्षीय बॉन्ड प्रतिफल में कमी

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 5:07 AM IST

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा पर्याप्त तरलता और 35,000 करोड़ रुपये की द्वितीयक बाजार खरीद का एक और दौर सुनिश्चित किए जाने के बाद 10 वर्षीय बॉन्ड का प्रतिफल छह प्रतिशत से नीचे आ गया।
बुधवार को एक गैर-निर्धारित घोषणा में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने लोगों के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए कोविड राहत के विभिन्न उपायों की घोषणा की और साथ ही साथ बैंकों तथा छोटे वित्त बैंकों से संबंधित क्षेत्रों में तरलता का मसला दूर करने की लिए भी कदम उठाया।
अपने भाषण में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि तरलता समायोजन सुविधा (एलएएफ) के तहत अप्रैल में 5.8 लाख करोड़ रुपये की दर से औसत दैनिक शुद्ध तरलता खपत ‘प्रचुर और अधिशेष प्रणाली तरलता’ के स्तर पर घरेलू वित्तीय स्थिति सहज बनी रही। सरकारी प्रतिभूति अधिग्रहण कार्यक्रम (जी-सैप) के तहत 25,000 करोड़ रुपये की पहली नीलामी के बाद प्रतिफल में नरमी का झुकाव झुकाव देखते हुए, आरबीआई 20 मई को 35,000 करोड़ रुपये की दूसरी नीलामी का आयोजन करेगा।

First Published : May 6, 2021 | 12:11 AM IST