Corporate Earnings Q1: इंडिया इंक के कॉर्पोरेट परफॉर्मेंस पर सभी की नजरें टिकी हुई, क्योंकि कंपनियां अगले हफ्ते में अपने तिमाही नतीजे घोषित करने वाली हैं।
ट्रेंड को फॉलो करते हुए, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की प्रमुख कंपनियां टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (Tata Consultancy Services) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Technologies) 12 जुलाई को अपने तिमाही नतीजे जारी करेंगी और साथ ही अर्निंग सीजन की भी शुरुआत करेंगी।
आइए, जानते हैं कि अप्रैल-जून 2023 तिमाही नतीजे किस प्रकार से होंगे-
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services) ने अनुमान लगाया है कि अप्रैल-जून तिमाही में निफ्टी (Nifty) की कमाई सालाना आधार पर 25 फीसदी बढ़ सकती है।
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इसके अलावा फर्म ने यह भी उम्मीद जताई है कि बिक्री और EBITDA में सालाना क्रमश: 4 फीसदी और 17 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।
“अर्निंग ग्रोथ को बीएफएसआई (बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा) और ऑटो क्षेत्रों द्वारा बढ़ावा दिया जाएगा, जबकि तेल और गैस क्षेत्र ओएमसी (ऑयल मार्केटिंग कंपनी) के मार्केटिंग मार्जिन में सुधार के आधार पर, सालाना मुनाफे में 3 गुना वृद्धि दर्ज करेगा। ),” MOFSL ने एक रिपोर्ट में कहा।
ऑटो सेक्टर में आ सकती है जोरदार तेजी
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के मुताबिक, FY23 के लो बेस के कारण इस साल ऑटो सेक्टर के तेजी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा इन्फ्रा, इंडस्ट्रियल्स, इंटरनेट और फार्मा जैसे अन्य सेक्टर भी छलांग लगा सकते हैं।
दूसरी ओर, कमजोर मांग के रुझान और कम उत्पादन कीमतों के कारण मेटल्स और केमिकल्स के तिमाही मुनाफे में गिरावट की उम्मीद है।
इंडिया इंक हाल की तिमाहियों में कमजोर परिचालन मेट्रिक्स से जूझ रहा है। हालांकि, इनपुट लागत नीचे की ओर बढ़ने के साथ Q1 में दर्द कम होने की संभावना है।
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MOFSL को इनपुट लागत में कमी आने के आसार दिख रहे हैं और साथ ही उम्मीद है कि जून तिमाही के दौरान OMC और वित्तीय कंपनियों को छोड़कर, निफ्टी कंपनियों के लिए EBITDA मार्जिन 110 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 20.8 फीसदी हो जाएगा।
वहीं, नुवामा को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2023 में BFSI को छोड़कर, EBITDA मार्जिन 300 बेसिस प्वाइंट से अधिक कम हो गया है।
नुवामा के मुताबिक, ऑटो, फार्मा, इंटरनेट और कंज्यूमर सर्विसेस में अधिकतम मार्जिन विस्तार हो सकता है।