Stock Market: बेंचमार्क सेंसेक्स आज पहली बार 80,000 का आंकड़ा लांघ आया। 4 जून को चुनाव परिणाम के दिन 70,234 अंक पर ठहरा सेंसेक्स अभी तक करीब 10,000 अंक चढ़ चुका है। चुनाव के बाद नई गठबंधन सरकार में भी आर्थिक एजेंडा जारी रहने तथा वृद्धि एवं पूंजीगत खर्च में तेजी की उम्मीद से बेंचमार्क सूचकांक में तकरीबन 14 फीसदी तेजी आ चुकी है।
कारोबार के दौरान 80,074 के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद सेंसेक्स नीचे आया और कुल 545 अंक की बढ़त के साथ 79,987 पर बंद हुआ। सेंसेक्स की बढ़त में आधे से ज्यादा योगदान एचडीएफसी बैंक के शेयर का रहा। निफ्टी 50 भी 163 अंक के लाभ के साथ 24,287 पर बंद हुआ।
देसी-विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली, उत्साहजनक वृहद आर्थिक संकेतक और कंपनियों की कमाई का अनुमान बेहतर रहने से बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी इस साल अभी तक दो अंक में वृद्धि दर्ज कर चुका है। 2024 में अभी तक सेंसेक्स 10.7 फीसदी और निफ्टी 11.76 फीसदी चढ़ा है।
अमेरिका में दर कटौती की उम्मीद फिर बढ़ने से भी निवेशकों का हौसला और विदेशी निवेश का प्रवाह बढ़ा। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 5,484 करोड़ रुपये की लिवाली की और देसी संस्थागत निवेशकों ने 924 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। देसी संस्थागत निवेशकों ने इस साल शेयर बाजार में 2.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के चेयरमैन और सह-संस्थापक रामदेव अग्रवाल ने कहा, ‘खुदरा निवेश मजबूत बना हुआ है। विदेशी निवेशक भी अब लिवाली कर रहे हैं। एक साल में निफ्टी 28,000 या 30,000 पर पहुंचने का अनुमान है और सेंसेक्स दो साल में 1,00,000 पर पहुंच सकता है। बीच में कुछ गिरावट भी आ सकती है मगर कुल मिलाकर आगे की तस्वीर सकारात्मक है।’
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार की सत्ता में वापसी और प्रमुख मंत्रालयों में किसी तरह का फेरबदल नहीं होने से बाजार के अनुकूल नीतियां बरकरार रहने की उम्मीद है।
अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था दबाव में है मगर भारत के उच्च आवृत्ति वाले संकेतक मजबूत बने हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘लोग अपनी बचत म्युचुअल फंडों और अन्य वित्तीय संपत्तियों में लगा रहे हैं, जिससे हर महीने इक्विटी में 2 से 3 अरब डॉलर का निवेश आ रहा है। महामारी के बाद बाजार में आने वाले निवेशक भी बड़ी मात्रा में खरीदारी कर रहे हैं। देसी निवेशक भी लगातार निवेश कर रहे हैं। बाजार में 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई तभी उनका रुख पता चल सकता है।’
हालिया तेजी के बाद मूल्यांकन लंबी अवधि के औसत से अधिक हो गया है। सेंसेक्स अगले एक साल के प्राइस टु अर्निंग (पीई) के 21.3 गुना पर और निफ्टी 21 गुना पर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स के पांच साल का पीई औसत 20 गुना और निफ्टी का 19.2 गुना है।
बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 445 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।