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बड़े केंद्रीय बैंकों ने भी झोंके 180 अरब डॉलर

Last Updated- December 07, 2022 | 9:43 PM IST

दुनियाभर के वित्तीय बाजार में आए संकट से उबारने के लिए अमेरिका के फेडरल रिजर्व सहित पांच अन्य केंद्रीय बैंक परस्पर सहयोग से बाजार में अरबों डॉलर झोंकने का ऐलान किया हैं ताकि बाजार में तरलता बनी रहे।

अमेरिकन फेडरल रिजर्व की ओर से जारी एक बयान में आज कहा गया है कि केंद्रीय बैंकों द्वारा पिछले दिनों में इन उपायों के साथ पिछले दूसरे दिनों में किए गए उपायों का मुख्य उद्देश्य वैश्विक बाजार में तरलता की स्थिति को सुधारना है।

इसमें आगे कहा गया है कि केंद्रीय बैंक साथ में काम कर रहीं है। वे आगे आने वाले दबाव का सामना करने के लिए उपयुक्त कदम उठाएगा। 

इसमें फेडरल रिजर्व के साथ बैंक ऑफ कनाडा, बैंक ऑफ इंग्लैंड, यूरोपीयन सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ जापान और स्विस नेशनल बैंक शामिल हैं।

यह साझा प्रयास लीमन ब्रदर्स की दिवालिया होने और एआईजी को अंतिम समय में इस राह पर जाने से बचाए जाने के बाद निर्मित हुई स्थिति का सामना करने के लिए उठाए गए हैं।

फेडरल ओपन मार्केट कमेटी को अस्थाई पारस्परिक मुद्रा अरेंजमेंट को 180 अरब डॉलर तक विस्तारित करने के लिए अधिकृत किया गया है।

इस बढ़ी हुई क्षमता दूसरी केंद्रीय बैंकों को टर्म और तरलता ऑपरेशन दोनों मदद मिलेगी। एफओएमसी को ईसीबी ने अपनी वर्तमान स्वेप लाइन को 55 अरब डॉलर से बढ़ाकर 110 अरब डॉलर करने और स्विस नेशनल बैंक ने 12 अरब डॉलर से बढ़ाकर 27 अरब डॉलर करने के लिए अधिकृत किया है।

First Published - September 18, 2008 | 9:29 PM IST

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