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रिटर्न चाहिए लेकिन रिस्क नहीं? बोनांजा के फंड मैनेजर ने बताए ‘डिफेंसिव’ सेक्टर जो देंगे स्टेबल इनकम

अचिन गोयल कहते हैं कि हाल के भारत-पाक सीमा तनाव के बावजूद भारतीय शेयर बाजार ने अच्छी मजबूती दिखाई है।

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सिराली गुप्ता   
Last Updated- May 15, 2025 | 10:05 AM IST

मार्च 2025 तिमाही के नतीजों का सीज़न अब खत्म होने के करीब है। ऐसे में बोनांजा पोर्टफोलियो के फंड मैनेजर अचिन गोयल ने सिराली गुप्ता से ईमेल इंटरव्यू में बताया कि आने वाले क्वार्टरों में भारत की कंपनियों (India Inc.) में सुधार देखने को मिल सकता है। खासकर कंज़्यूमर सेक्टर में अच्छी रिकवरी की उम्मीद है, जिसकी वजह ग्रामीण इलाकों में मांग का दोबारा बढ़ना है। बातचीत के संपादित अंश ये रहे-

क्या भारत-पाक तनाव अब भी बाजार के लिए खतरा है?

गोयल कहते हैं कि हाल के भारत-पाक सीमा तनाव के बावजूद भारतीय शेयर बाजार ने अच्छी मजबूती दिखाई है। इसकी वजह है कि निवेशकों को नहीं लगता कि हालात बड़े युद्ध की तरफ बढ़ेंगे। बॉर्डर पर शांति बनी हुई है और इसके साथ-साथ कई सकारात्मक बातें बाजार को सपोर्ट कर रही हैं – जैसे अंतरराष्ट्रीय ट्रेड डील्स में प्रगति, एएमएफआई के अच्छे आंकड़े और विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ना। यही कारण है कि बाजार तनाव के बावजूद स्थिर बना हुआ है।

क्या अब पूरी तरह निवेश करने का समय है? रणनीति क्या होनी चाहिए?

अचिन गोयल का मानना है कि भारत-पाक तनाव में कमी निवेशकों के लिए एक पॉजिटिव बात है। लेकिन अभी बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा क्योंकि कंपनियों के नतीजे आ रहे हैं और वैश्विक स्तर पर भी कई अनिश्चितताएं बनी हुई हैं, खासकर टैरिफ को लेकर। ऐसे में निवेशकों को संतुलित रणनीति अपनानी चाहिए।

वे सलाह देते हैं कि स्थिरता के लिए कंज़्यूमर गुड्स और हेल्थकेयर जैसे डिफेंसिव सेक्टर में निवेश किया जाए, और घरेलू मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में धीरे-धीरे हिस्सेदारी बढ़ाई जाए। इसके साथ ही डिफेंस, रिन्यूएबल एनर्जी और इलेक्ट्रिक व्हीकल जैसे सरकारी फोकस वाले सेक्टर में लंबी अवधि के लिए निवेश का मौका है।

फाइनेंशियल सेक्टर पर क्या नजरिया है?

गोयल कहते हैं कि मौजूदा माहौल में घरेलू कंपनियों पर ध्यान देना चाहिए, खासकर फाइनेंशियल सेक्टर में। बैंक, एनबीएफसी और अन्य वित्तीय सेवाएं मजबूत बेस और अच्छी ग्रोथ की संभावना के कारण निवेश के लिए आकर्षक बनी हुई हैं। इस सेक्टर का प्रदर्शन भी काफी अच्छा रहा है।

मार्च 2025 तिमाही में कंपनियों का प्रदर्शन कैसा रहा?

अचिन गोयल के मुताबिक, मार्च तिमाही (Q4-FY25) में कंपनियों की आय में करीब 5-6% की बढ़ोतरी दिख सकती है, जिसमें कंज़्यूमर सेक्टर की बड़ी भूमिका है। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में कुल राजस्व 5% तक बढ़ने का अनुमान है। ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी 6% ग्रोथ की उम्मीद है, खासकर पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री और निर्यात में बढ़ोतरी से। हालांकि रेवेन्यू ज्यादा नहीं बढ़ा, लेकिन कंपनियों के ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 8% तक पहुंच सकते हैं।

गोयल का कहना है कि आने वाले महीनों में कंपनियों की कमाई में सुधार दिखेगा, खासकर कंज़्यूमर सेक्टर में क्योंकि ग्रामीण मांग फिर से उभर रही है। शहरी मांग अभी थोड़ी कमजोर रह सकती है, लेकिन आधार प्रभाव के कारण कमाई में धीरे-धीरे तेजी आने की उम्मीद है।

First Published : May 15, 2025 | 9:25 AM IST