facebookmetapixel
एफपीआई ने किया आईटी और वित्त सेक्टर से पलायन, ऑटो सेक्टर में बढ़ी रौनकजिम में वर्कआउट के दौरान चोट, जानें हेल्थ पॉलिसी क्या कवर करती है और क्या नहींGST कटौती, दमदार GDP ग्रोथ के बावजूद क्यों नहीं दौड़ रहा बाजार? हाई वैल्यूएशन या कोई और है टेंशनउच्च विनिर्माण लागत सुधारों और व्यापार समझौतों से भारत के लाभ को कम कर सकती हैEditorial: बारिश से संकट — शहरों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के लिए तत्काल योजनाओं की आवश्यकताGST 2.0 उपभोग को बढ़ावा दे सकता है, लेकिन गहरी कमजोरियों को दूर करने में कोई मदद नहीं करेगागुरु बढ़े, शिष्य घटे: शिक्षा व्यवस्था में बदला परिदृश्य, शिक्षक 1 करोड़ पार, मगर छात्रों की संख्या 2 करोड़ घटीचीन से सीमा विवाद देश की सबसे बड़ी चुनौती, पाकिस्तान का छद्म युद्ध दूसरा खतरा: CDS अनिल चौहानखूब बरसा मॉनसून, खरीफ को मिला फायदा, लेकिन बाढ़-भूस्खलन से भारी तबाही; लाखों हेक्टेयर फसलें बरबादभारतीय प्रतिनिधिमंडल के ताइवान यात्रा से देश के चिप मिशन को मिलेगी बड़ी रफ्तार, निवेश पर होगी अहम चर्चा

यात्रा के मामले में भारत वैश्विक मंच पर उभरता सितारा, अमेरिका-चीन को दे रहा टक्कर

भारतीयों में घरेलू अवकाश यात्रा खर्च सालाना 12% बढ़ने का अनुमान है, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 2040 तक इसमें 10% की वृद्धि होने का अनुमान है।

Last Updated- June 25, 2025 | 11:51 PM IST
TRAVEL AND TOURISM

भारत में यात्रा के शौकीन लोगों की संख्या बढ़ रही है। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक यात्रा खंड आज के 5 लाख करोड़ डॉलर से बढ़कर 2040 तक 15 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने की संभावना है और पर्यटकों की अगली लहर तेजी से उभरते चीन, भारत, सऊदी अरब और वियतनाम जैसे बाजारों से आ रही है। इन देशों के पर्यटक घूमने के मामले में अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे पारंपरिक पर्यटन शौकीनों को पीछे छोड़ रहे हैं। ‘पर्यटन में 15 लाख करोड़ अवसरों की तलाश’ शीर्षक से जारी यह रिपोर्ट 11 देशों के लगभग 5,000 यात्रियों के सर्वेक्षण पर आधारित है।

पर्यटन पर भारत की तस्वीर

बीसीजी की पार्टनर नितिमा मल्होत्रा ने कहा, ‘भारत वैश्विक स्तर पर सबसे गतिशील पर्यटन बाजारों में उभर रहा है। यात्रा उद्योग में एक स्पष्ट बदलाव यह देखा जा रहा है कि अब युवा पीढ़ी इसमें भी मिलेनियल्स और जेन जेड बड़ी संख्या में घूमने-फिरने निकल रहे हैं। ये युवा न केवल अधिक से अधिक यात्रा कर रहे हैं बल्कि गुणवत्ता व्यक्तिगत और उद्देश्यपूर्ण नए-नए अनुभव हासिल कर रहे हैं। भारत में ‘ब्लीज़र’ यानी काम के साथ आराम की प्रवृत्ति काफी लोकप्रिय हो रही है।

टॉप ट्रेंड

भारतीयों में घरेलू अवकाश यात्रा खर्च सालाना 12% बढ़ने का अनुमान है, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 2040 तक इसमें 10% की वृद्धि होने का अनुमान है।

भारत में युवा पीढ़ी अगले वर्ष में 22% अधिक यात्राएं कर सकती है। साथ ही यात्रा पर अधिक खर्च करने के लिए भी तैयार दिखती है।

58% भारतीय यात्री प्रकृति, शहर, समुद्र तट और सांस्कृतिक स्थलों पर जाना पसंद करते हैं।

10% भारतीयों की आध्यात्मिक पर्यटन में रुचि है, जो अन्य देशों की तुलना में अधिक है।

भारतीयों का यात्रा करने का कारण

आराम- 15%

खोज- 13%

ठिकाना बदलना- 11%

यात्रा रुझान

भारत में अकेले यात्रा का रुझान कम: यहां 28% लोग अपने साथी के साथ यात्रा करना पसंद करते हैं जबकि 23% परिवार के साथ छुट्टियों में घूमने जाते हैं और केवल 9% लोग ही अकेले यात्रा पर निकलते हैं।

ब्लीज़र ब्रेक : 81% भारतीय यात्रियों ने कम से कम एक बार कारोबारी काम के साथ घूमने-फिरने की योजना जरूर बनाई है।

विश्व में 7वां स्थान

1. अमेरिका- विदेश में 61.2 करोड़ रातें
2. जर्मनी- विदेश में 49 करोड़ रातें
3. ब्रिटेन- विदेश में 41.1 करोड़ रातें
4. चीन- विदेश में 26.5 करोड़ रातें
5. कनाडा- विदेश में 24.3 करोड़ रातें
6. फ्रांस- विदेश में 23.8 करोड़ रातें
7. भारत- विदेश में 16.5 करोड़ रातें

स्रोत: बीसीजी रिपोर्ट
संकलन: अक्षरा श्रीवास्तव

First Published - June 25, 2025 | 11:43 PM IST

संबंधित पोस्ट