GST Rate Cut: जहां चिकित्सा उपकरणों, डायग्नोस्टिक किट और रीएजेंट्स पर कर की मौजूदा 12 और 18 प्रतिशत दर को घटाकर 5 प्रतिशत करने का जीएसटी परिषद का फैसला स्वागत किया जा रहा है, वहीं प्रमुख डायग्नोस्टिक कंपनियों का मानना है कि इसके कारण परीक्षण की कीमतों में ज्यादा बदलाव नहीं होगा।
उद्योग संगठन नैटहेल्थ की अध्यक्ष और मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर की प्रमोटर एवं कार्यकारी अध्यक्ष अमीरा शाह ने बताया कि अगर डायग्नोस्टिक परीक्षण की लागत 100 रुपये है तो डायग्नोस्टिक सेवा प्रदाता द्वारा वहन की जाने वाली लागत लगभग 80 रुपये होगी।
उन्होंने कहा, ‘इसमें से रीएजेंट्स और रसायनों की लागत लगभग 20 रुपये है और 60 रुपये अन्य लागत है। जब रीएजेंट्स की कीमत में 13 प्रतिशत की गिरावट आती है तो कुल मिलाकर प्रभावी लाभ लगभग 2 प्रतिशत या उससे भी कम होता है।’ इसलिए, मरीज पर इसका ज्यादा असर नहीं होगा।
शाह ने कहा कि मूल्य तय करने के लिए कंपनियां अलग अलग रणनीति अपना सकती हैं। कुछ इस कर बदलाव का लाभ मरीजों को दे सकती हैं तो कुछ अपना मार्जिन बढ़ाने में इसका इस्तेमाल कर सकती हैं और कुछ अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर आदि को बेहतर करने में भी निवेश पर जोर दे सकती हैं।
महाजन इमेजिंग ऐंड लैब्स के संस्थापक और अध्यक्ष तथा फिक्की स्वास्थ्य सेवा समिति के अध्यक्ष डॉ. हर्ष महाजन ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि उपकरण मैंटेनेंस सेवा अनुबंधों पर भी जीएसटी दरों को 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया जाएगा।