भारत में तमाम कार कंपनियां कॉम्पैक्ट कार या कॉम्पैक्ट स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) पर जोर दे रही हैं मगर जापान की कंपनी टोयोटा (Toyota) को अपने प्रीमियम वाहनों और ताकतवर एसयूवी पर पूरा भरोसा है।
इस साल बिक्री में शानदार इजाफा दर्ज करने वाली टोयोटा को इन गाड़ियों की अच्छी मांग दिख रही है और उसे यकीन है कि अपने प्रीमियम वाहनों के जरिये वह बाजार हिस्सेदारी बढ़ा लेगी।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के जनरल मैनेजर, स्ट्रैटजिक बिजनेस यूनिट (नॉर्थ) विसेलिन सिगामणि ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘भारत में हमारी प्रीमियम कॉम्पैक्ट ग्लांजा से लेकर फॉर्च्यूनर (Toyota Fortuner) के प्रीमियम संस्करण लेजेंडर तक सभी वाहनों की अच्छी मांग दिख रही है। मगर पिछले कुछ समय से हाईलक्स जैसे लाइफस्टाइल वाहनों और इनोवा हाईक्रॉस, तथा अर्बन क्रूजर हाईराइडर जैसे हाइब्रिड वाहनों की बुकिंग काफी बढ़ी है।”
उन्होंने कहा, ‘सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में हाईलक्स की बिक्री लगभग 59 फीसदी बढ़ गई। इसलिए हमारा जोर भी ऐसे वाहनों पर ज्यादा है। हमें उम्मीद है कि इनके दम पर बिक्री में इस साल 20 फीसदी इजाफा हो जाएगा।’
श्राद्ध के बावजूद टोयोटा की बिक्री में इजाफा
टोयोटा ने इस साल अक्टूबर के पहले पखवाड़े में श्राद्ध होने के बाद भी बिक्री में जबरदस्त तेजी दर्ज की। इस साल अक्टूबर में कंपनी ने कुल 21,879 गाड़ियां बेचीं, जो अक्टूबर, 2022 की तुलना में 66 फीसदी ज्यादा रहीं।
इस साल जनवरी से अक्टूबर तक कंपनी ने 1.92 लाख से भी ज्यादा वाहन बेचे, जो पिछले साल के 10 महीनों के मुकाबले 40 फीसदी अधिक हैं। कंपनी को उम्मीद है कि नवरात्र में निकली भारी मांग दीवाली पर और उसके बाद क्रिसमस तक बनी रहेगी।
टोयोटा की बिक्री में उत्तर भारत का खासा योगदान
टोयोटा की बिक्री में उत्तर भारत का अच्छा खासा योगदान है और कंपनी भी इस क्षेत्र पर खासा ध्यान दे रही है। सिगामणि ने बताया कि यहां यात्री वाहन बाजार का करीब 4.4 फीसदी हिस्सा टोयोटा के पास है और इसमें लगातार इजाफा देखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में पहाड़ी तथा गांव का ऊबड़खाबड़ क्षेत्र होने की वजह से फॉर्च्यूनर, हाईलक्स, हाईराइडर जैसी गाड़ियों की मांग काफी ज्यादा है।
सिगामणि ने कहा, ‘फॉर्च्यूनर, हाईलक्स, वेलफायर और कैमरी की देश भर में होने वाली बिक्री में 40-45 फीसदी हिस्सेदारी उत्तर भारत की ही है। दिल्ली-एनसीआर और पंजाब में फॉर्च्यूनर तथा हाईलक्स की बिक्री काफी तेज है।’
प्रतीक्षा अवधि घटाने की भी कोशिश
यही देखकर टोयोटा ने कुछ महीने पहले हरियाणा के फारुखनगर में स्टॉकयार्ड खोला, जहां बेंगलूरु संयंत्र में बने वाहन लाकर रखे जाते हैं ताकि प्रतीक्षा अवधि घटे और ग्राहकों को जल्द से जल्द वाहन मिल सकें।
दुनिया भर में इलेक्ट्रॉनिक वाहन (EV) बेच रही टोयोटा भारत में हाइब्रिड वाहनों का ही रास्ता पसंद कर रही है। सिगामणि ने कहा कि जब तक भारत में ईवी के लिए चार्जिंग और दूसरा बुनियादी ढांचा व्यापक स्तर पर तैयार नहीं हो जाता तब तक ग्राहक सीधे ईवी पर जाने के बजाय हाइब्रिड वाहनों को आजमाना ज्यादा पसंद करेंगे। इसलिए टोयोटा हाइब्रिड, फ्लेक्स फ्यूल जैसी तकनीकों पर ज्यादा जोर देगी।
देश में हाइब्रिड कार बाजार में टोयोटा की अच्छी हिस्सेदारी है। यहां के बाजार में कंपनी अर्बन क्रूजर हाईराइडर, कैमरी हाइब्रिड, वेलफायर हाइब्रिड और इनोवा हाईक्रॉस बेचती है।