बाजार में टीके का दाम 1,000 रुपये

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 5:42 AM IST

कोविड-19 के टीके की एक खुराक की कीमत खुले बाजार में 900 से 1,000 रुपये (13 से 14 डॉलर) रहने के आसार हैं। सूत्रों का यह कहना है। उद्योगों आदि को संस्थागत बिक्री 600 से 650 रुपये प्रति खुराक पर हो सकती है।
यह मूल्य कारोबारी मार्जिन समेत अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) होगा और टीका विनिर्माता कंपनियों को प्रत्येक खुराक पर करीब 650 रुपये मिलेंगे। उद्योग के एक सूत्र ने कहा, ‘विदेशी टीकों की कीमतें स्वदेशी से अधिक हो सकती हैं और उनके लिए बेहतर शीत भंडारगृह बुनियादी ढांचे की भी जरूरत होगी। इसके अलावा सरकार भी उन कीमतों पर नजर रखेगी, जो हम तय करेंगे। इसलिए फिलहाल कुछ तय नहीं है।’ टीका विनिर्माताओं को 1 मई से पहले खुले बाजार (उद्योगों, निजी अस्पतालों) और राज्य सरकारों को टीकों की आपूर्ति की कीमतें घोषित करनी होंगी। केंद्र सरकार अब तक कोविड-19 के टीके कम कीमतों पर खरीद रही है।
एस्ट्राजेनेका का कोविड-19 टीका भारत में दुनिया में सबसे कम कीमत- 2.06 डॉलर प्रति खुराक पर बिक रहा है। इसकी कीमत वैश्विक स्तर पर 3 से 6 डॉलर प्रति खुराक है।
ब्रिटेन की एस्ट्राजेनेका की विनिर्माण साझेदार सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया  ने संकेत दिया था कि निजी बाजार में कीमत 1,000 रुपये प्रति खुराक या 13 डॉलर के आसपास हो सकती है। कंपनी ने फिलहाल कीमत की योजनाओं को लेकर कोई टिप्पणी करने से इनकार  कर दिया।
भारत में विकसित स्वदेशी कोविड-19 टीके कोवैक्सीन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजारों में 15 से 20 डॉलर प्रति खुराक मिल रही है। वहीं अभी यह भारत में 2 डॉलर प्रति खुराक की दर पर बिक रहा है। भारत बायोटेक ने कहा कि कोवैक्सीन बहुत से देशों में आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई  है और अन्य 60 देशों में प्रक्रिया चल रही है। अब तक मैक्सिको, फिलिपींस, ईरान, पैराग्वे, ग्वाटेमाला, निकारागुआ, गुयाना, वेनेजुएला, बोत्सवाना, जिम्बॉब्वे जैसे देशों ने कोवैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। कंपनी ने मंगलवार को कहा, ‘ आपात इस्तेमाल की मंजूरी के तहत अंतरराष्ट्रीय बाजारों और सरकारों को आपूर्ति की कीमत 15 से 20 डॉलर प्रति खुराक रखी गई है।’ रूस का टीका स्पूतनिक वी भी दुनिया भर में 10 डॉलर से 19.9 डॉलर प्रति खुराक की कीमत पर बिक रहा है। रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड की साझेदार डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने कहा कि सरकारी खरीद और निजी खुले बाजार के लिए कीमत अलग-अलग  रखी जाएंगी।
मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि हाल में सरकार ने 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीके लगवाने की मंजूरी दी है, जिससे 1.2 अरब खुराक की अतिरिक्त मांग पैदा हो सकती है।
मोदी ने की टीका उत्पादन बढ़ाने की अपील
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और टीकाकरण अभियान में तेजी लाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को टीका विनिर्माताओं के साथ बैठक की। मोदी ने कम से कम समय में देश के सभी नागरिकों का टीकाकरण करने के लिए टीका बनाने वाली कंपनियों से उत्पादन क्षमता बढ़ाने अपील की। उन्होंने टीका विनिर्माताओं को रिकॉर्ड समय में कोविड-19 टीका विकसित करने के लिए सराहना की और कहा कि देश में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चल रहा है तथा यहां टीके के दाम सबसे कम हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार मोदी ने उन सभी टीकों के सुगम मंजूरी और यथासंभव सहयोग देने का भरोसा दिया जिन पर अभी परीक्षण चल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देशके टीकाकरण अभियान में निजी क्षेत्र को ज्यादा सक्रिय भूमिका अदा करनी होगी।

First Published : April 20, 2021 | 11:05 PM IST