स्थायी तेजी के बाद नगरों और छोटे शहरों में घटी मकानों की बिक्री

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 3:57 AM IST

नगरों और छोटे शहरों में मार्च तिमाही में अपार्टमेंट की बिक्री में तेजी दर्ज किए जाने के बाद अप्रैल में बिक्री घट गई। इसकी वजह यह है कि कई राज्यों ने महामारी के प्रसार को थामने के लिए लॉकडाउन लगाया है।
मार्च तिमाही में नगरों और छोटे शहरों में अपार्टमेंट की बिक्री 19 फीसदी चढ़कर 41,270 रही थी। यह जानकारी रियल एस्टेट पर केंद्रित शोध कंपनी प्रॉपइक्विटी ने दी है।
नगरों और छोटे शहरों में इस वर्ष अप्रैल में 5,980 मकान बिके जो अप्रैल, 2020 की तुलना में करीब 2.5 गुना थे। हालांकि, शोध कंपनी ने कहा कि चूंकि पिछले वर्ष अप्रैल में पूर्ण लॉकडाउन लागू था जिसके कारण उसके आंकड़ों की तुलना नहीं की जा सकती है। इस साल मार्च तिमाही में हर महीने औसतन 13,750 मकानों की बिक्री की तुलना में अप्रैल का आंकड़ा बहुत कम है।
प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और प्रबंध निदेशक समीर जसूजा ने कहा, ‘नगरों और छोटे शहरों में बिक्रियों में 19 फीसदी की वृद्घि दर्ज की गई। बिक्री में यह वृद्घि मोटे तौर पर घर से काम करने की नीतियों, कम ब्याज दरों, आकर्षक भुगतान योजनाओं आदि के कारण से रही।’
जसूजा ने कहा कि अप्रैल में महामारी की दूसरी लहर आने के साथ बिक्री में करीब 50 फीसदी की कमी आ गई। उन्होंने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि जैसे जैसे देश अनलॉक की तरफ बढ़ेगा और आगामी महीनों में टीकाकरण अभियान में तेजी आएगी वैसे वैसे मकानों की बिक्री में सुधार होगा।’
अध्ययन में जिन नगरों और छोटे शहरों को शामिल किया गया उनमें आगरा, अहमदाबाद, अमृतसर, भिवाड़ी, भोपाल, भुवनेश्वर, चंंडीगढ़, कोयम्बतूर, देहरादून, गांधी नगर, गोवा, गुंटूर, इंदौर, जयपुर, कोच्चि, लखनऊ, लुधियाना, मंगलूरु, मोहाली, मैसूर, नागपुर और अन्य शामिल हैं।
कैलेंडर वर्ष 2021 की पहली तिमाही में नगरों और छोटे शहरों में क्रमिक आधार पर मकानों की बिक्री में 6 फीसदी की वृद्घि हुई थी।
बड़े डेवलपरों ने कहा कि उन्होंने मार्च तिमाही में इन शहरों में मकानों की बिक्री में वृद्घि देखी है भले ही उसके बाद बिक्री में गिरावट आई है।
देश के सबसे बड़े डेवलपर डीएलएफ ने कहा कि उसे वित्त वर्ष 2021 की तीसरी और चौथी तिमाही में इंदौर, पंचकूला, कसौली, लखनऊ और कोच्चि जैसे सूक्ष्म बाजारों से पूछताछ और बिक्रियों में अभूतपूर्व वृद्घि नजर आई है।
डीएलएफ में वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक, विपणन आकाश ओहरी ने कहा, ‘हम से महानगरों में अपने रहने का ठिकाना बदलने वाले और अपने परिवार के लिए घर खरीदने के इच्छुक अनिवासी भारतीय ग्राहक पूछताछ कर रहे हैं।’
ओहरी ने कहा अप्रैल के शुरुआती दिनों में अच्छी बिक्री हो रही थी जब ग्राहक नगरों और छोटे शहरों में मकान देखने आ रहे थे। उन्होंने कहा, ‘संक्रमण बढऩे और उसके बाद लगाए गए लॉकडाउन ने बिक्री पर असर डाला है।’
टाटा संस की इकाइयों टाटा रियल्टी ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर और टाटा हाउसिंग डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने भी वित्त वर्ष 2021 में नगरों और छोटे शहरों मौजूद अपनी परियोजनाओं में से बिक्री में अच्छी खासी वृद्घि देखी थी।
टाटा हाउसिंग के प्रबंध निदेशक संजय दत्त ने कहा कि अनिवासी भारतीय समुदाय से मांग में वृद्घि को देखते हुए टाटा हाउसिंग ने कोच्चि स्थित अपनी आलीशान परियोजना त्रितवम से 100 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया। 

First Published : June 7, 2021 | 9:11 PM IST