देश के अगले राष्ट्रपति के लिए उम्मीदवार की खोज बेहद रोमांचक हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से संपर्क साधा और उनसे यह जानने की कोशिश की कि क्या सत्ता पक्ष और विपक्ष किसी एक उम्मीदवार पर सहमत हो सकते हैं। सिंह ने यह पहल तब की है जब राकांपा नेता शरद पवार ने विपक्ष का साझा उम्मीदवार बनने की पेशकश ठुकरा दी। इससे ऐसा संकेत मिला कि पवार के पीछे हटने के बाद भाजपा के लिए अपनी तरफ से पहल करना थोड़ा अधिक सहज हो गया है। सिंह ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, बीजू जनता दल के नेता नवीन पटनायक और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से भी मुलाकात की है।
ममता ने विपक्षी दलों की एक बैठक बुलाई थी जिसमें उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि पवार ने विपक्ष का साझा उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है। जिन अन्य नामों पर विचार हो रहा है उनमें जम्मू कश्मीर पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और सेवानिवृत्त राजनयिक एवं अधिकारी गोपाल गांधी शामिल हैं। विपक्षी दलों की एक और बैठक होगी जिसमें अन्य विकल्पों पर विचार किया जाएगा। इसमें भाजपा के प्रस्ताव पर भी विचार किया जा सकता है।
विपक्षी दलों की बैठक के बाद ममता ने कहा, ‘कई दलों के प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित थे। हमने तय किया था कि एक सर्वमान्य उम्मीदवार का चयन किया जाएगा। सभी उस उम्मीदवार को अपना समर्थन देंगे। हम दूसरे लोगों से भी चर्चा करेंगे। यह एक अच्छी शुरुआत है। हम पिछले कई महीनों से बैठक कर रहे हैं और आगे भी बैठक करेंगे।’
भाजपा ने कहा कि वह राजग के घटक दलों और इसके समांतर भाजपा संसदीय दल की बैठक बुलाएगी जिसमें एक उम्मीदवार के नाम पर विचार किया जाएगा। भाजपा इस सोच के साथ यह बैठक करेगी कि एक साझा उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनना लगभग मुश्किल है।
इस बीच राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर माथापच्ची के बीच दिल्ली पुलिस बिना किसी गारंटी के 24, अकबर रोड के परिसर में दाखिल हो गई थी। ऐसी खबरें हैं कि कांग्रेस सांसद जोति मणि सहित कई दूसरे लोगों के साथ बदसलूकी की गई। उनके कपड़े फाड़ दिए गए और पानी भी नहीं दिया गया। कांग्रेस कार्यकर्ता एवं सांसद राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही पूछताछ का विरोध कर रहे थे।
इस घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में ममता बनर्जी द्वारा आयोजित बैठक में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं। खड़गे ने कहा कि सोनिया ने उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए साझा उम्मीदवार के विषय पर चर्चा करने के लिए विपक्षी दलों के साथ संपर्क साधने के लिए कहा था।
कांग्रेस ने साफ कर दिया कि वह राष्ट्रपति पद के लिए कैसा उम्मीदवार चाहती है। कांग्रेस ने कहा कि राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार ऐसा होना चाहिए जो भारतीय संविधान और देश के लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हो। पार्टी ने कहा कि देश के सर्वोच्च पद के लिए उम्मीदवार ऐसा होना चाहिए जो सांप्रदायिक ध्रुवीकरण, पूर्वग्रह, घृणा आदि से लड़ने के लिए तैयार रहे। खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने किसी खास उम्मीदवार का नाम तय नहीं किया है और किसी एक नाम पर सहमति बनाने के लिए वह तैयार है।
विपक्ष की बैठक में कई दल नदारद रहे। इनमें तेलंगाना राष्ट्र समिति, बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस जैसे दलों के प्रतिनिधि बैठक से दूर रहे।