11 दिसंबर को बंद रहेगी ओपीडी

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 14, 2022 | 8:25 PM IST

आयुर्वेद के छात्रों को सर्जरी करने की अनुमति दिए जाने के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की ओर से राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकार के इस फैसले के विरोध में डॉक्टरों ने 11 दिसंबर को ओपीडी बंद रखने की घोषणा की है। डॉक्टर नीति आयोग द्वारा गठित समिति को रद्द करने और आयुर्वेद के छात्रों को सर्जरी करने की अनुमति वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
आयुष मंत्रालय द्वारा जारी अध्यादेश में आयुर्वेदिक डॉक्टरों को भी ऑपरेशन करने की अनुमति दी गई है जिसका एलोपैथिक डॉक्टर विरोध कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने 20 नवंबर 2020 को एक अध्यादेश जारी कर आयुर्वेदिक डॉक्टरों को भी ऑपरेशन करने की मान्यता दी है। अध्यादेश के मुताबिक 58 तरह के ऑपरेशन केवल विशेष डॉक्टर ही कर सकते हैं। वहीं आंख, कान, नाक, गले जैसे अन्य सामान्य ऑपरेशन को आयुर्वेदिक डॉक्टरों को भी करने की अनुमति दी गई है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टर जिस दिन से अध्यादेश जारी हुआ है उसी दिन से इसका देशभर में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आईएमए के मुताबिक 11 दिसबंर को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक देशभर के अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद रखने की घोषणा की गई है। इस दौरान आपातकालीन सेवाएं और कोविड-19 का इलाज बंद नहीं किया जाएगा।
आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजन शर्मा ने बताया कि हम इस अध्यादेश का लगातार विरोध कर रहे हैं। हमारे सांकेतिक विरोध का सरकार पर कोई असर नहीं पड़ा। इसलिए 11 दिसंबर को शाम 6 बजे तक डॉक्टर हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर हैं। मीरा-भायंदर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर विवेक द्विवेदी के मुताबिक सरकार के इस फैसले से मेडिकल क्षेत्र को नुकसान होगा। आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टर मरीजों की सेहत से खिलवाड़ करते हैं। एलोपैथिक डॉक्टर विशेष प्रकार की पढ़ाई करके ऑपरेशन करते हैं। अगर आयुर्वेद के डॉक्टर सर्जन की पढ़ाई किए बिना सर्जरी करेंगे तो इससे मेडिकल क्षेत्र की गुणवत्ता कम होगी।   
आईएमए के सदस्य डॉक्टर आर के शर्मा कहते हैं कि सरकार तर्क दे रही है कि इससे डॉक्टरों की कमी पूरी होगी लेकिन यह मरीजों के सेहत के साथ खिलवाड़ होगा। आयुर्वेदिक डॉक्टर को अगर ऑपरेशन करने की अनुमति देनी है, तो पहले उन्हें नीट की प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी और चरणबद्ध तरीके से पढ़ाई करने के बाद अनुमति देनी चाहिए। डॉक्टरों का कहना है कि डॉक्टरों की कमी को पूरा करने और अधिक डॉक्टर तैयार करने के लिए देश में ज्यादा मेडिकल कॉलेज खोलने की जरूरत है। सरकार यह कार्य नहीं करके किसी को भी ऑपरेशन करने की अनुमति दे रही है जो गलत है।

First Published : December 9, 2020 | 11:07 PM IST