इंटरनैशनल विडियो सॉल्यूशन कंपनी थॉमसन के वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष (सिस्टम डिविजन) जैक्स डॉन्ग आजकल भारत दौरे पर हैं।
उनकी इस यात्रा का मकसद कंपनी के बेंगलुरु स्थित शोध एवं विकास केंद्र में तकनीकी रूप से उन्नत सेट टॉप बॉक्स के निर्माण के निर्धारित लक्ष्य को समय पर पूरा करना है। हमारी संवाददाता शुचि बंसल ने भारत में तेजी से बढ़ते एंटरटेनमेंट और टेलिविजन बाजार संबंधी अवसरों के बारे में डॉन्ग से बात की।
भारत के एंटरटेनमेंट बाजार के बारे में आप क्या भविष्यवाणी करना चाहेंगे?
कार्यक्रमों के निर्माण के मामले में भारत बहुत बड़ा बाजार है। इसके अलावा भारत में डीटीएच का बाजार काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके मद्देनजर थॉमसन के सिस्टम डिविजन की भारतीय इकाई को काफी उम्मीदें हैं। भारत में सेट टॉप बॉक्स और विडियो एनकोडर भी काफी बड़ा बाजार है।
थॉमस के लिए भारतीय बाजार कितना अहम है?
जहां तक बिक्री की बात है, फिलहाल भारत हमारे लिए काफी छोटा बाजार है। लेकिन भविष्य में यह हमारे लिए काफी अहम होगा। भारत में हमारी कंपनी 100 फीसदी की दर से विकास कर रही है और हम जल्द ही अपने शोध और विकास संस्थान के लिए 150 इंजीनियरों की भर्ती करेंगे।
क्या बेंगलुरु का शोध एवं विकास केंद्र सिर्फ भारत की जरूरतों को पूरा करेगा?
नहीं। यह केंद्र पूरी दुनिया के बाजार को ध्यान में रखकर बनाया गया है। मिसाल के तौर पर उन्नत तकनीक वाले पीवीआर सेट टॉप बॉक्स, जो वर्तमान सेट टॉप बॉक्स के मुकाबले ज्यादा अडवांस हैं।
पीवीआर सेट टॉप बॉक्स की तकनीक कितनी उन्नत है?
इस तरह के सेट टॉप बॉक्स नेटवर्क पर आधारित होंगे। मसलन आप इस सेट टॉप बॉक्स पर मौजूद फिल्म को अपने टेलिविजन सेट या मोबाइल फोन स्क्रीन के जरिये कनेक्ट कर सकते हैं।