प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उद्योग जगत से कहा कि वह दीर्घावधि निर्यात लक्ष्य तय करे और सरकार को उन लक्ष्यों का हासिल करने की राह के बारे में सुझाव दे। उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में व्यवधान के बावजूद भारत का वस्तु एवं सेवा निर्यात 670 अरब डॉलर रहा है और वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात ही 400 अरब डॉलर के लक्ष्य के पार चला गया।
मोदी ने कहा, ‘पिछले वर्षों की इस सफलता से प्रोत्साहित होकर हमने अब अपना निर्यात लक्ष्य बढ़ा दिया है और इसे हासिल करने के लिए प्रयास दोगुना कर दिया है। सभी के सामूहिक प्रयास की बहुत ज्यादा जरूरत है, जिससे इन नए लक्ष्यों को हासिल किया जा सके।’ उन्होंने कहा कि निर्यात के दीर्घावधि लक्ष्य भी तय किए जाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री नई दिल्ली में नए वाणिज्य भवन के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि नया भवन बनने से व्यापार, वाणिज्य और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) से जुड़े लोगों को उल्लेखनीय लाभ होगा।
उन्होंने निर्यात (नैशनल इंपोर्ट-एक्सपोर्ट फार इयरली एनॉलिसिस आफ ट्रेड) पोर्टल भी शुरू किया। पोर्टल का लक्ष्य सभी हिस्सेदारों को समय से आंकड़े उपलब्ध कराने की सुविधा देना है।
उन्होंने कहा, ‘इस पोर्टल से निर्यात किए जाने वाले 30 से ज्यादा जिंस समूहों से जुड़ी महत्त्वपूर्ण सूचना विश्व के 200 से ज्यादा देशों से मिल सकेगी। आने वाले समय में जिलावार निर्यात से जुड़ी सूचनाएं भी इस पर उपलब्ध होंगी। इससे जिलों को निर्यात के महत्त्वपूर्ण केंद्र के रूप में मजबूत करने में भी मदद मिलेगी।’
उन्होंने यह भी कहा कि विकासशील देश को विकसित देश में बदलने में निर्यात अहम भूमिका निभाता है, साथ ही इससे रोजगार के अवसरों का भी सृजन होता है।