वित्त वर्ष 22 में आई गति को देखते हुए उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान आवास की मांग 3 से 10 प्रतिशत बढ़ सकती है। क्रिसिल के मुताबिक संपत्ति की कीमतों में बढ़ोतरी, ब्याज दरों में बढ़ोतरी व ज्यादा बेस इफेक्ट के बावजूद वृद्धि का अनुमान है। वित्त वर्ष 22 में आवास की मांग 33 से 38 प्रतिशत बढ़ी है और यह कोविड-19 के पहले के स्तर को पार कर गई है। लेकिन यह वित्त वर्ष 21 के कम आधार पर थी, जब मांग में 20 से 25 प्रतिशत की गिरावट आई थी।