सोमवार को जारी PwC के “इंडिया वर्कफोर्स होप्स एंड फियर्स सर्वे 2023” नामक एक नए सर्वे के अनुसार, 51 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) उन्हें काम पर प्रोडक्टिविटी में सुधार करने में मदद करेगा। भारत का औसत ग्लोबल औसत से अधिक है, जहां 31 प्रतिशत का मानना है कि AI से उन्हें काम में फायदा होगा।
सर्वे में यह भी बताया गया है कि 62 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि उनकी नौकरियों के लिए जरूरी स्किल अगले पांच सालों में बदल जाएगी, जबकि वैश्विक स्तर पर इस बात को मानने वाले 36 प्रतिशत हैं। इसके अलावा, इनमें से 69 फीसदी भारतीयों को पता है कि जरूरतें कैसे बदलेंगी।
बिजनेस को सफल बनाने के लिए अपने वर्कफोर्स को एडवांस करने की जरूरत
PwC इंडिया के पार्टनर कार्तिक ऋषि ने कहा, “भारतीय लीडर्स जानते हैं कि उन्हें भविष्य में बिजनेस को सफल बनाने के लिए अपने वर्कफोर्स को एडवांस करने की आवश्यकता है। साथ ही, जिस तरह से काम और काम करने की जगहों में बदलाव आ रहा है, भारत में कर्मचारी नई स्किल सीखने की जरूरत को जानते हैं, और इसी के हिसाब से ही वे अपने करियर के फैसले ले रहे हैं।”
“कई कंपनियां अपनी टैलेंट रणनीतियों में भविष्य के लिए स्किल डेवलप करने पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे रही हैं। लॉन्ग टर्म सक्सेस के लिए, लीडर्स को यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि वे लॉन्ग टर्म सफलता के लिए अपनी बिजनेस रणनीति के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में सही स्किल सिखाने को प्राथमिकता दें।”
21% भारतीयों का मानना है कि AI उनकी नौकरियों की जगह ले लेगा
भारत में, 24% लोग सोचते हैं कि AI उनके काम को नुकसान पहुंचाएगा, जबकि वैश्विक स्तर पर केवल यह 14% को ऐसा लगता है। इसके अतिरिक्त, 21% भारतीयों का मानना है कि AI उनकी नौकरियों की जगह ले लेगा, जबकि दुनिया भर में केवल 13% को यह लगता है।
रिपोर्ट से पता चलता है कि 42% भारतीय कर्मचारी अगले साल नौकरी बदल सकते हैं, इसका मुख्य कारण यह है कि उन्हें बेहतर वेतन और प्रमोशन की उम्मीद है। वैश्विक स्तर पर यह 26% से कम है।
70 प्रतिशत भारतीय प्रमोशन मांगने को तैयार
इसके अलावा, विश्व स्तर पर 35% की तुलना में 70 प्रतिशत भारतीय प्रमोशन मांगने को तैयार हैं। सर्वे से पता चलता है कि युवा पीढ़ी पर ध्यान देने के बावजूद, मैनेजर्स और वरिष्ठ अधिकारी भी प्रमोशन को लेकर तैयार हैं।
कर्मचारी अच्छे वेतन के अलावा और भी बहुत कुछ चाहते हैं; वे अपने गोल को प्राप्त करने के लिए जॉब सैटिसफेक्शन और तेज़ ग्रोथ के अवसर भी तलाशते हैं। ऐसा PwC इंडिया की पार्टनर अनुमेहा सिंह का कहना है।
वह आगे कहते हैं, “सफलता के लिए, कंपनियों और नेताओं को बदलती दुनिया में अपनी टीमों और करियर पथों की स्ट्रक्चर में फ्लेक्जिबल और क्रियेटिव होने के साथ-साथ स्मार्ट विकल्प चुनने होंगे।”