World Economic Forum: दावोस में शुरू हुए विश्व आर्थिक मंच के सालाना शिखर सम्मेलन में मंगलवार को केंद्रीय मंत्रियों एवं राज्यों के मुख्यमंत्रियों व मंत्रियों ने भारत पविलियन का उद्घाटन किया। इसके बाद भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें की, जिनमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) के कारण समाज और अर्थव्यवस्थाओं के समक्ष खड़ी हुई चुनौतियों पर चर्चा की गई।
विश्व आर्थिक मंच ने इंटेलिजेंस अर्थव्यवस्थाओं पर केपीएमजी के सहयोग से तैयार रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा गया कि दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती यह भी सुनिश्चित करना है कि एआई के लाभ सभी समान रूप से मिलें। मंच ने राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर एआई की यात्रा में नवाचार, विकास, योजना को लागू करने और अपनाने जैसे 9 रणनीति बिंदु रेखांकित किए हैं।
आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा जारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गूगल के साथ ‘कल्याण के लिए एआई : टिकाऊ और बेहतर कल’ विषय पर राउंड टेबल चर्चा में हिस्सा लिया। नायडू ने अपने राज्य में निवेश संभावनाओं पर एलजी केम लिमिटेड के सीईओ शिन हाक चेओल, मेर्स्क के सीईओ विंसेंट क्लर्क समेत कई अन्य कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चा भी की।
तेलंगाना सरकार के बयान में कहा गया है कि भारत पविलियन के उद्घाटन के मौके पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, जयंत चौधरी और केरल के उद्योग मंत्री पी. राजीव भी मौजूद थे। उन्होंने इससे पहले तेलंगाना पविलियन खोलने का ऐलान किया और इसके बाद विभिन्न परियोजनाओं पर विचार-विमर्श किया, जिनमें तेलंगाना देश के अन्य राज्यों के लिए मिसाल कायम कर सकता है। रेड्डी की कई शीर्ष सीईओ के साथ बैठक भी होनी प्रस्तावित थी। पिछले साल राज्य को दावोस सम्मेलन के दौरान 40,232 करोड़ रुपये का निवेश मिला था। इस साल भी तेलंगाना सरकार को भारी निवेश आने की उम्मीद है।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में ‘2047 तक स्वर्ण आंध्र’ पर आर्थिक कार्यबल के गठन पर नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में भारत को सही समय पर बहुत ही उपयुक्त नेता मिला है। वह देश को विभिन्न आर्थिक और सामाजिक मानकों पर बहुत ऊपर लेकर जाएंगे। इस मौके पर नायडू ने सीआईआई की साझेदारी में सेंटर फॉर ग्लोबल लीडरशिप ऑन कम्पिटिटिवनेस स्थापित करने का ऐलान किया। कार्यक्रम में मौजूद टाटा समूह के एन चंद्रशेखरन ने कहा कि ‘2047 तक स्वर्ण आंध्र’ पर गठित आर्थिक कार्यबल का सह अध्यक्ष बनना उनके लिए सम्मान की बात है।
केरल के उद्योग मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार अगले महीने वाले इन्वेस्ट केरल ग्लोबल समिट के लिए विभिन्न कंपनियों को निमंत्रण दे रही है। केरल ने दावोस में पहली बार अपनी पविलियन लगाई है।
विश्व आर्थिक मंच के संस्थापक और चेयरमैन क्लॉस श्वाब ने कहा कि अपने समाज पर भरोसे को बहाल किया जाना चाहिए और निराशावाद तथा नकारात्मकता के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने दुनिया को ज्ञान युग के लिए तैयार करने को एक मजबूत वैश्विक सहयोग की वकालत की। श्वाब ने डब्ल्यूईएफ की वार्षिक बैठक में विश्व नेताओं का स्वागत करते हुए अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि वे सभी ऐसे समय में एक साथ आ रहे हैं, जब दुनिया गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है।
उन्होंने डब्ल्यूईएफ की ताजा वार्षिक वैश्विक जोखिम रिपोर्ट 2025 का हवाला देते हुए सशस्त्र संघर्ष, चरम मौसम की घटनाओं, गलत सूचना और भ्रामक जानकारी, समाजों के भीतर बढ़ते विभाजन, साइबर जासूसी और युद्ध जैसे प्रमुख जोखिमों का जिक्र किया। श्वाब ने कहा कि इसके साथ ही, हम ज्ञान युग के कगार पर खड़े हैं, जहां एआई और अन्य अभूतपूर्व तकनीकी नवाचार हमारी आर्थिक प्रणालियों, व्यापार मॉडल और व्यक्तिगत जीवन को मौलिक रूप से बदल देंगे।
विश्व आर्थिक मंच ने दुनिया में महिलाओं के स्वास्थ्य में निवेश पर जोर देते हुए मंगलवार को कहा कि उसके नए शोध से पता चलता है कि महिलाओं के स्वास्थ्य के अंतर को पाटने से 2040 तक वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में सालाना 400 अरब अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी हो सकती है। मंच ने यहां अपनी वार्षिक बैठक में एक नए महिला स्वास्थ्य प्रभाव निगरानी मंच की भी शुरुआत की जो दुनिया भर में लाखों महिलाओं द्वारा सामना की जाने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों की निगरानी और उन्हें समाधान करने के लिए डिजाइन किया गया एक सार्वजनिक रूप से सुलभ मंच है।
नई रिपोर्ट महिला स्वास्थ्य के अंतर को पाटने और सभी के लिए जीवन व अर्थव्यवस्था में सुधार का खाका है। यह रिपोर्ट मैकिंजी हेल्थ इंस्टीट्यूट (एमएचआई) के सहयोग से प्रकाशित की गई है। रिपोर्ट में रेखांकित किया गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं अपने जीवन का 25 प्रतिशत अधिक खराब स्वास्थ्य में जीती हैं।
इसमें बताया गया है कि कैसे नौ प्रमुख स्वास्थ्य स्थितियों के आसपास लक्षित कार्रवाई से वैश्विक बीमारी के बोझ को कम किया जा सकता है और प्रत्येक महिला के जीवन में हर साल 2.5 स्वस्थ दिनों को जोड़ा जा सकता है। नौ स्थितियों को महिला की जिंदगी के विभिन्न पड़ाव में विभाजित किया गया है, जो कि जीवित वर्षों की कुल संख्या और स्वस्थ वर्ष के आधारपर स्वास्थ्य अवधि की स्थितियों (एंडोमेट्रियोसिस, रजोनिवृत्ति, माइग्रेन और प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम) से संबंधित है।