अमेरिका में आर्थिक मंदी की वजह से केवल घरों के खरीददार ही कन्नी नहीं काटने लगे हैं बल्कि देश में कारों की खरीददारी पर भी इस दौरान खासा असर पड़ा है। कार के खरीददारों ने फरवरी महीने के दौरान खरीददारी में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई। देश में दो प्रमुख कार निर्माता कंपनियों बिग थ्री यूएस और प्रतिद्वंद्वी जापानी कंपनी टोयोटा की बिक्री का ग्राफ नीचे गिरा है। साथ ही देश में खरीद ऐसे वाहनों को खरीदना पसंद कर रहे हैं जिनसे ईंधन की खपत कम होती है। यही वजह है कि ट्रकों और स्पोट्र्स युटिलिटी गाड़ियों की बिक्री में कमी देखी जा रही है। टोयोटा जिसकी गाड़ियों ने अमेरिका में बिक्री में लगातार 12 वर्षों तक रिकार्ड वृद्धि दर्ज की है, उसे भी पिछले तीन महीनों के दौरान बिक्री में नुकसान उइाना पड़ा है। फरवरी महीने में कंपनी की गाड़ियों की बिक्री का आंकड़ा 1,82,169 रहा जो कि 6.6 फीसदी कम है। टोयोटा ने पिछले वर्ष फोर्ड को पछाड़ते हुए अमेरिकी बाजार में कार निर्माता कंपनियों के रूप में दूसरा पायदान हासिल कर लिया था। हालांकि यह अलग बात है कि फोर्ड मोटर्स को भी बिक्री में नुकसान उठाना पड़ा था। फरवरी महीने में फोर्ड की गाड़ियों की बिक्री का आंकड़ा 1,96,681 रहा है जो कि 6.9 फीसदी कम है। फोर्ड ने इस निराशाजनक प्रदर्शन को देखते हुए उचित कदम उठाने का मन बनाया है। कंपनी ने दूसरी तिमाही में अपने उत्पादन को 10 फीसदी घटाकर 7,30,00 करने की घोषणा की है। अमेरिका में फोर्ड के अध्यक्ष मार्क फील्ड ने कहा, ”उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए हमारे लिए आवश्यक है कि हम उचित कदम उठाएं।” वहीं जेनरल मोटर्स की गाड़ियों की बिक्री में फरवरी में 13 फीसदी की कमी आई है और इनकी बिक्री का ग्राफ 2,70,423 पर रहा।
