वारेन बफेट भले ही दुनिया के सबसे बड़े रईस हों पर दिलचस्प है कि पिछले
15 साल से उनका वेतन जस का तस बना हुआ है। इतना ही नहीं बफेट दफ्तर की कार का इस्तेमाल तक नहीं करते हैं। फोर्ब्स की ओर से हाल ही में विश्व के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में बफेट का नाम चोटी पर है और दुनिया के बाकी अरबपतियों और मुख्य कार्याधिकारियों को उनसे सबक लेने की जरूरत है।बर्कशायर हैथवे के मुख्य कार्याधिकारी और अध्यक्ष बफेट की तनख्वाह पिछले
25 साल से नहीं बढ़ी है और न ही उनकी इच्छा है कि भविष्य में इसमें कोई बढ़ोतरी हो। सबसे मजेदार बात यह है कि बफेट भले ही खुद भारी भरकम तनख्वाह नहीं उठाते हों पर अपने कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी को खुद से चार गुना अधिक वेतन देते हैं। वे फोन कॉल, पोस्टेज जैसी सेवाओं के लिए भी दफ्तर के पैसे की बजाय खुद की जेब ढीली करना पसंद करते हैं। बफेट व्यक्तिगत दौरे के लिए कंपनी के जेट का इस्तेमाल नहीं करते।बफेट की कंपनी ने तीन मई को होने वाली शेयरधारकों की सालाना बैठक के लिए भेजे गए एक नोटिस में यह जानकारी दी है। बर्कशायर ने कहा कि वह अपने कार्यकारी अधिकारियों को शेयर का विकल्प नहीं देती। सभी किस्म के मुआवजे कर कानून के तहत कम किए जा सकते हैं और कंपनी का मुनाफा या बाजार मूल्य वेतन के लिए पैमाना कभी नहीं बना।
अपने मुआवजा राशि को बाकी सार्वजनिक कंपनियों से अलग बताते हुए बर्कशायर ने कहा कि
25 सालों से बफेट का वेतन एक लाख डॉलर है। बफेट ने भविष्य में न इसे बढ़ाने की भी इच्छा जाहिर की है। खुद बफेट ने अपने वेतन की रकम की सिफारिश निदेशक मंडल से की थी।