Lenskart IPO Listing: देश की सबसे बड़ी आईवियर रिटेलर कंपनी लेंसकार्ट सॉल्यूशंस आईपीओ के शेयर सोमवार (10 नवंबर) को शेयर बाजार में लिस्ट हो गए। कंपनी के शेयर बीएसई पर 390 रुपये पर लिस्ट हुए। यह आईपीओ प्राइस बैंड के अपर एंड 402 रुपये से 12 रुपये या करीब 3 फीसदी कम है। वहीं, एनएसई पर लेंसकार्ट के शेयर 395 पर लिस्ट हुए, जो की इश्यू प्राइस से 7 रुपये से 2 फीसदी डिस्काउंट पर है।
लेंसकार्ट की लिस्टिंग ग्रे मार्केट के अनुमान से कम रहा। बाजारों पर नज़र रखने वाले सूत्रों के अनुसार, लिस्टिंग से पहले लेंसकार्ट के नॉन-लिस्टेड शेयर 412 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। यह इश्यू मूल्य के मुकाबले 10 या 2.5 प्रतिशत का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) था।
इस इश्यू के ज्यादा वैल्यूएशन को लेकर चिंता के बावजूद कंपनी के शेयरों की भारी मांग देखने को मिली। 7,278 करोड़ रुपये का यह आईपीओ इस साल का पांचवां सबसे बड़ा है जिसका कीमत दायरा 382 से 402 रुपये प्रति शेयर था। आईपीओ में 2,150 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयर जारी होंगे। इससे प्राप्त रकम का इस्तेमाल कंपनी कारोबार के विस्तार, टेक्नॉलजी इन्फ्रास्ट्रक्चर और विपणन पहल में करेगी।
देश की सबसे बड़ी आईवियर रिटेलर कंपनी लेंसकार्ट सॉल्यूशंस के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। उसे करीब 30 गुना आवेदन मिले और कुल मिलाकर 1.13 लाख करोड़ रुपये की बोलियां हासिल हुईं। पात्र संस्थागत खरीदारों की श्रेणी को 40 गुना, एचएनआई श्रेणी को 18 गुना से अधिक और खुदरा श्रेणी को सात गुना से ज्यादा आवेदन मिले। आईपीओ को कुल 32 लाख आवेदन प्राप्त हुए।
लेंसकार्ट ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिए कुल ₹7,278.76 करोड़ रुपये जुटाए। इस आईपीओ में 5.35 करोड़ नए इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू और 12.76 करोड़ इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल था। आईपीओ का प्राइस बैंड 382 से 402 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। जबकि न्यूनतम आवेदन लॉट 37 शेयरों का था। यह इश्यू 31 अक्टूबर से 4 नवंबर तक निवेश के लिए खुला था और शेयरों का अलॉटमेंट गुरुवार, 6 नवंबर को अंतिम रूप दिया गया।
लेंसकार्ट के शेयरों को लेकर बाजार एनालिस्ट्स की राय मिली-जुली है। कुछ एनालिस्ट्स ने निवेशकों को लंबी अवधि के लिए शेयर होल्ड करने की सलाह दी है। जबकि कुछ ने नुकसान बुक कर बाहर निकलने की राय दी है।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट की वेल्थ हेड शिवानी न्याती ने उन निवेशकों को स्टॉक को मीडियम से लॉन्ग टर्म के लिए होल्ड करने की सलाह दी है, जिन्हें आईपीओ में अलॉटमेंट मिला था। उन्होंने कंपनी की मजबूत अर्निंग विजिबिलिटी और लगातार बढ़ते स्टोर नेटवर्क को इसके पक्ष में बताया। न्याती ने लगभग 350 रुपये के लेवल पर स्टॉप लॉस लगाने की सलाह दी और कहा कि शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को पोजिशन से बाहर निकलकर बेहतर अवसरों की तलाश करनी चाहिए।
वहीं, मास्टरट्रस्ट के चीफ रिसर्च ऑफिसर रवि सिंह ने अधिक सतर्क आउटलुक अपनाया। उनका कहना है कि लेंसकार्ट का आउटलुक फिलहाल नकारात्मक है। उन्होंने कहा, ”यह स्पष्ट रूप से एक एग्जिट सिचुएशन है। अब वास्तविक आंकड़े सामने आ चुके हैं। इस समय लॉन्ग टर्म निवेश की कोई ठोस रणनीति नहीं दिखती। निवेशकों को अपने मौजूदा नुकसान बुक कर लेना चाहिए। क्योंकि मौजूदा स्तर से स्टॉक में लगभग 20 प्रतिशत और गिरावट की संभावना है।”