दो साल के लंबे अंतराल के बाद अधिसूचित यानी नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 27 मार्च से फिर शुरू होने जा रही हैं।
नागर विमानन मंत्रालय ने नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बहाल करने और एयर ट्रांसपोर्ट बबल की व्यवस्था बंद करने की आज घोषणा की। महामारी के दौरान दो साल से नियमित उड़ानें बंद होने की स्थिति में एयर बबल व्यवस्था के तहत सीमित उड़ानें संचालित की जा रही थीं। सरकार के इस फैसले से अंतरराष्ट्रीय उड़ान की क्षमता बढ़ेगी जिससे हवाई किराये में भी कमी आएगी क्योंकि मांग बढऩे और तेल के दाम में बढ़ोतरी से किराया काफी महंगा हो गया है।
मंत्रालय ने कहा, ‘दुनिया भर में टीकाकरण का कवरेज बढऩे और सभी हितधारकों के परामर्श के बाद भारत सरकार ने 27 मार्च से नियमित व्यावसायिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाएं शुरू करने का निर्णय किया है।’ मार्च अंत से विमानन कंपनियों के लिए गर्मियों की समय सारणी शुरू होती है। सोमवार को 617 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित की गई थीं जो कोविड से पहले की क्षमता का करीब 50 फीसदी है। वर्तमान में भारत का 37 देशों के साथ एयर ट्रांसपोर्ट बबल समझौता है।
अधिसूचित उड़ानों के लिए एयर ट्रांसपोर्ट बलल अनिवार्य है लेकिन इसे अलग शर्तों के साथ संचालित किया जाता है। उदाहरण के लिए विमानन कंपनियों को निर्धारित गंतव्यों के लिए सीमित संख्या में टिकट की बिक्री करने की अनुमति है। कुछ देशों में बबल समझौते के तहत एक स्थान से दूसरे स्थान के लिए सीधे उड़ान की अनुमति है। लेकिन सामान्य उड़ानें शुरू होने से यात्रियों को व्यापक विकल्प मिलेगा।
फरवरी में सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के आगमन की पाबंदियों में ढील दी थी। पूर्ण टीकाकरण वाले यात्रियों को आगमन पर सात दिन होम क्वारंटीन या आरटी-पीसीआर जांच कराने की जरूरत नहीं होती थी। कोविड मामलों में कमी को देखते हुए नियमों में ढील दी गई थी।
इससे पहले सरकार ने पिछले साल 15 दिसंबर से नियमित उड़ानें संचालित करने का निर्णय किया था लेकिन दुनिया भर कोविड के नए स्वरूप ओमीक्रोन के प्रसार की वजह से यह निर्णय तत्काल वापस ले लिया गया था।
इंडिगो के मुख्य कार्याधिकारी रणजय दत्ता ने कहा, ‘सरकार के इस कदम से विमानन उद्योग के साथ ही देश की आर्थिक स्थिति सुधरेगी और विदेशी यात्रियों की आवाजाही भी सुगम होगी। हम जल्द ही नए दिशानिर्देश के अनुरूप अपने अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों की घोषणा करेंगे।’ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बहाल होने से विमानन कंपनियों को अपने विमानों का परिचालन बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। घरेलू उड़ानें शुरू होने के बावजूद 270 विमानों के बेड़े वाली इंडिगो के कुछ विमान खड़े हैं। नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के निर्णय का यात्रा क्षेत्र से जुड़े लोगों ने स्वागत किया है। इक्सिगो के सह-संस्थापक और समूह मुख्य कार्याधिकारी आलोक बाजपेयी ने कहा, ‘भारत में अंतरराष्ट्रीय यात्रा की मांग बढ़ रही है और ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, अमेरिका तथा ब्रिटेन जैसे लोकप्रिय गंतव्यों के लिए यात्रा को लेकर पूछताछ काफी बढ़ी है। नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने मांग और आपूर्ति में संतुलन कायम होगा और इससे अंतरराष्ट्रीय हवाई किराये में भी कमी आएगी।’