रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद पर मतभेद के बीच भारत को उम्मीद है कि जी-20 देशों में 5 प्रमुख व्यापार और निवेश संबंधी मसलों पर सहमति बन जाएगी, जिस पर इस सप्ताह की शुरुआत से जयपुर में चर्चा हो रही है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि बेहतर परिणाम दस्तावेज आने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी वास्तविकताएं है, जिन पर आम राय संभव नहीं है।
इसके पहले जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक, वित्त मत्रियों व केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की दो बैठकों और ऊर्जा में बदलाव को लेकर जुलाई में हुई बैठक में कोई संयुक्त बयान नहीं जारी हो सका क्योंकि यूक्रेन को लेकर पश्चिमी देशों और रूस में कूटनीतिक खींचतान बनी हुई है। मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमें विश्वास है कि कल और उसके बाद के मंत्रिस्तरीय बैठक के बाद हम एक ठोस और कार्रवाई योग्य एजेंडा सामने लाएंगे, जिससे विश्व को भविष्य के झटकों के दौरान एक साथ खड़े होने में मदद मिलेगी।’
दो दिन के जी-20 व्यापार एवं निवेश की मंत्रिस्तरीय बैठक (TIMA) गुरुवार को जयपुर में आयोजित होने जा रही है। इसके पहले भारत की अध्यक्षता में चल रहे जी-20 सम्मेलन की चौथी और आखिरी व्यापार और निवेश कार्य समूह (टीडब्ल्यूआईजी) की बैठक 21-22 अगस्त को हुई।
सरकार के अधिकारियों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि जी-20 देशों के सभी अधिकारियों की बैठक में बेहतरीन प्रगति हो रही है, लेकिन पहले की स्थिति को देखते हुए इस बात को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है कि शुक्रवार को मंत्रिस्तरीय बैठक के बाद संयुक्त बयान जारी हो पाएगा।