पाकिस्तान के अग्रणी दक्षिणपंथी नेता ने सेना के शीर्ष अधिकारियों पर 2022 में इमरान खान की सरकार गिराने का आरोप लगाया है। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के मौलाना फजल-उर-रहमान ने गुरुवार रात ‘समा टीवी’ के कार्यक्रम के दौरान दावा किया, “पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) कमर जावेद बाजवा ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार को गिरा दिया था।
पीटीआई के संस्थापक इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को याद करते हुए रहमान ने कहा, “पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी पीटीआई के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रही थी। अविश्वास प्रस्ताव के समय जनरल बाजवा और फैज हमीद हमारे संपर्क में थे।”
उन्होंने दावा किया, “जनरल बाजवा, फैज हमीद ने सभी पार्टियों से ऐसा करने (अविश्वास प्रस्ताव लाने) के लिए कहा।” चैनल ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि रहमान ने एक सवाल के जवाब प्रस्तोता से कहा, “किसी को सेना के सामने खड़ा होना चाहिए और कहना चाहिए कि वह गलत कर रही है।”
रहमान ने कहा, “विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक चीजें सुलझ नहीं जातीं, क्योंकि सेना का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं होता। इस विरोध के परिणामस्वरूप एक क्रांति होगी।”