अंतरराष्ट्रीय

गाजा शांति योजना पर हस्ताक्षर समारोह, विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्द्धन सिंह करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व

समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भेजा था निमंत्रण

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- October 12, 2025 | 9:48 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिकी राजदूत-नामित सर्जियो गोर की मुलाकात के कुछ घंटों बाद आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्द्धन सिंह सोमवार को मिस्र में गाजा शांति योजना के हस्ताक्षर समारोह में प्रधानमंत्री का प्रतिनिधित्व करेंगे। सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री को निमंत्रण अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सिसी की ओर से था, जो गाजा में दो साल के युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से ट्रंप के साथ ‘शांति शिखर सम्मेलन’ की सह-मेजबानी करेंगे। ट्रंप भी तटीय शहर शर्म-अल-शेख के लिए रवाना हो गए हैं, जहां ‘शांति शिखर सम्मेलन’आयोजित हो रहा है।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री किअर स्टार्मर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित 20 से अधिक राष्ट्रों एवं सरकारों के प्रमुखों के ‘शांति शिखर सम्मेलन’ में भाग लेने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप द्वारा शुरू की गई गाजा शांति योजना का समर्थन और अनुमोदन किया है। मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में इसका उल्लेख किया और 9 अक्टूबर को उनकी और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच टेलिफोन पर बातचीत भी हुई।

शनिवार को प्रधानमंत्री के साथ बैठक के बाद गोर ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ अपने संबंधों को ‘महत्त्व’ देता है। गोर ने प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की एक फ्रेमयुक्त तस्वीर भी मोदी को सौंपी। यह तस्वीर फरवरी में मोदी की वाशिंगटन यात्रा के दौरान ली गई थी। तस्वीर में राष्ट्रपति ट्रंप का हस्तलिखित संदेश है। ट्रंप के संदेश में लिखा था, ‘प्रधानमंत्री जी, आप महान हैं,’ जिसके बाद उनके हस्ताक्षर थे।

माना जा रहा है कि गोर की भारत की छह दिवसीय यात्रा इस महीने के अंत में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के मौके पर मोदी और ट्रंप के बीच बैठक की बुनियाद तैयार करेगी।

शनिवार को प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ गोर की वार्ता रक्षा, व्यापार एवं महत्त्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्रों में सहयोग पर केंद्रित थी। भारत ने भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने और एच1बी वीजा पर लगाए गए प्रतिबंधों के लिए ट्रंप के कदम का विरोध किया है। हालांकि, अब उसे उम्मीद है कि अब वह भारतीय हितों को नुकसान पहुंचाने वाले अन्य मुद्दों सहित व्यापार वार्ता में सफलता की उम्मीद कर रहा है।

शनिवार को सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मोदी ने कहा कि उन्हें गोर से मिलकर ‘खुशी’ हुई। प्रधानमंत्री ने कहा,‘मुझे विश्वास है कि उनका कार्यकाल भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा।’

गोर ने कहा कि मोदी के साथ उनकी बैठक रक्षा, व्यापार, प्रौद्योगिकी और महत्त्वपूर्ण खनिजों पर केंद्रित थी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप मोदी को एक महान नेता और व्यक्तिगत मित्र मानते हैं। उन्होंने कहा,’हमने प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक महत्त्वपूर्ण बैठक समाप्त की जिसमें हमने रक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी सहित द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।‘ गोर ने कहा कि दोनों पक्षों ने महत्त्वपूर्ण खनिजों की अहमियत पर भी चर्चा की।

गोर ने कहा,‘अमेरिका भारत के साथ अपने संबंधों को काफी अहमियत देता है और राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के मजबूत नेतृत्व में मैं दोनों देशों के आपसी संबंधों के भविष्य को लेकर मैं काफी आशावादी हूं।’

गोर ने कहा,‘राष्ट्रपति ट्रंप मोदी को एक महान और व्यक्तिगत मित्र मानते हैं। वास्तव में, नई दिल्ली के लिए रवाना होने से ठीक पहले प्रधानमंत्री के साथ फोन पर बातचीत हुई थी। यह सिलसिला आने वाले हफ्तों और महीनों में जारी रहेगा।’

प्रबंधन और संसाधन उप-सचिव माइकल जे रिगास के साथ गोर भारत में अमेरिकी दूत के रूप में अपनी नियुक्ति पर सीनेट की मुहर लगने के कुछ दिनों बाद नई दिल्ली का दौरा कर रहे हैं।

गोर के साथ बैठक के बाद जयशंकर ने ‘एक्स’ पर कहा,’नई दिल्ली में अमेरिका के राजदूत-नामित सर्जियो गोर से मिलकर खुशी हुई। इस मुलाकात में भारत-अमेरिका संबंधों और इसके वैश्विक महत्त्व पर चर्चा की।’

विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ भी गोर की मुलाकात हुई। इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा,‘उन्होंने भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और इसकी साझा प्राथमिकताओं पर सकारात्मक बातचीत की।’ अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि गोर इस बार भारत यात्रा में भारत के राष्ट्रपति को अमेरिकी दूत के रूप में अपना परिचय पत्र पेश नहीं करेंगे। किसी राजदूत-­नामित द्वारा राष्ट्रपति को अपना परिचय पत्र पेश करने से पहले प्रधानमंत्री से मिलना एक असामान्य बात है।

(साथ में एजेंसियां)

First Published : October 12, 2025 | 9:48 PM IST