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इंडोनेशिया चुनाव: रक्षा मंत्री प्रबोवो सुबिआंतो को शुरुआती बढ़त, जीत की ओर अग्रसर

सुहार्तो के करीबी प्रबोवो सुबिआंतो इंडोनेशिया के अगले राष्ट्रपति बन सकते हैं

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भाषा   
Last Updated- February 14, 2024 | 7:21 PM IST

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति पद की दौड़ में बुधवार को शुरुआती और अनौपचारिक गणना में रक्षा मंत्री प्रबोवो सुबिआंतो को भारी बढ़त मिलती हुई दिखाई दे रही है और ऐसा प्रतीत होता है कि पूर्व जनरल आसानी से देश के सर्वोच्च पद पर जीत हासिल करने में सफल हो सकते हैं। सुबिआंतो (72) ने खुद को प्रसिद्ध व मौजूदा राष्ट्रपति जोको विडोडो के उत्तराधिकारी के रूप में प्रस्तुत किया था।

पूरे द्वीपसमूह पर बिना किसी बड़ी समस्या के मतदान बुधवार अपराह्न को संपन्न हो गया। निर्वाचन आयोग द्वारा प्रमाणित त्वरित-गणना केंद्रों से दिन में ही प्रारंभिक और अनौपचारिक परिणामों की उम्मीद की जा रही थी।

वहीं आधिकारिक और अंतिम नतीजे करीब एक महीने में आएंगे। चुनाव से पहले के सर्वेक्षणों में रक्षा मंत्री प्रबोवो सुबिआंतो को राष्ट्रपति पद का प्रबल दावेदार बताया जा रहा है और वही एकमात्र उम्मीदवार हैं, जिनके सुहार्तो के शासनकाल से संबंध हैं।

प्रबोवो उस दौरान विशेष बलों के कमांडर रहे थे और उन पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप है, जिसे उन्होंने सिरे से नकार दिया। दो पूर्व प्रांतीय गवर्नर अनीस बासवीडान और गंजार प्रानोवो भी लोकप्रिय राष्ट्रपति जोको विडोडो के उत्तराधिकारी की दौड़ में शामिल हैं।

विडोडो अपना दूसरा और अंतिम कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। एक नदी के किनारे बनी झुग्गी बस्ती से निकलकर देश के राष्ट्रपति पद तक पहुंचे विडोडो के कार्यकाल ने सत्तावादी शासन वाले क्षेत्र में उनके दक्षिण पूर्व एशियाई देश के लोकतंत्र की जीवंतता को प्रदर्शित किया है। इंडोनेशिया का चुनाव अमेरिका और चीन के लिए बेहद मायने रखता है क्योंकि द्वीपसमूह राष्ट्र के पास एक विशाल घरेलू बाजार, निकल (धातु) और पाम (ताड़) तेल जैसे प्राकृतिक संसाधन मौजूद हैं।

साथ ही इंडोनेशिया अपने दक्षिण पूर्व एशियाई पड़ोसियों के साथ मजबूत राजनयिक प्रभाव रखता है। करीब 27 करोड़ की आबादी वाले 17,000 द्वीपों के विशाल द्वीपसमूह में मतदान एक दुष्कर कार्य है जिसमें मतपेटियां और मतपत्र नौकाओं, मोटरसाइकिलों, घोड़ों द्वारा और कुछ अधिक दूरस्थ स्थानों पर पैदल लाए जाते हैं।

चुनावी एजेंसी ‘कोम्पास सर्च एंड डेवलपमेंट’ द्वारा कराये गये प्रारंभिक और अनौपचारिक गणना में सामने आये आंकड़ों के मुताबिक, सुबिआंतों को मतदान स्थलों पर डाले गये 80 प्रतिशत मतों में से 58 फीसदी मत प्राप्त हुए हैं।

सुबिआंतों को चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वियों अनीस बासवीडान और गंजार प्रानोवो पर जीत दर्ज करने के लिए कुल मतों में से 50 प्रतिशत से अधिक और देश के प्रत्येक प्रांत में कम से कम 20 फीसदी मतों की आवश्यकता होगी।

First Published : February 14, 2024 | 7:21 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)