भारत ने अपने दूतावास को अस्थायी तौर पर यूक्रेन से पोलैंड स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है। यह फैसला युद्धग्रस्त यूक्रेन में बिगड़ते सुरक्षा हालात को देखते हुए लिया गया। हालिया दिनों में यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य प्रमुख शहरों में रूसी हमले तेज होने के मद्देनजर भारत ने अपने दूतावास को पोलैंड ले जाने का फैसला किया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्सों में हमले समेत देश में बेहद तेजी से बिगड़ते हालात के मद्देनजर यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास को अस्थायी तौर पर पोलैंड स्थानांतरित करने का फैसला किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि आने वाले समय के घटनाक्रम के अनुसार दोबारा हालात की समीक्षा की जाएगी।
सीसीएस की बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की सुरक्षा तैयारियों और यूक्रेन में जारी युद्ध के संदर्भ में मौजूदा वैश्विक परिदृश्य की समीक्षा के लिए सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) की बैठक की रविवार को अध्यक्षता की। सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान मोदी ने सुरक्षा तंत्र में नवीनतम प्रौद्योगिकी को शामिल करने पर जोर दिया। साथ ही प्रधानमंत्री ने दोहराया कि भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए, ताकि इससे न केवल सुरक्षा को मजबूती मिले, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी लाभ हो।
एक आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया कि बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ-साथ समुद्री और हवाई क्षेत्र में भारत की सुरक्षा तैयारियों संबंधी प्रगति और विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी गई। बयान में कहा गया, ‘प्रधानमंत्री को नागरिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन गंगा’ समेत यूके्रन में हालिया घटनाक्रम की भी जानकारी दी गई।’
हवाई हमला, 35 मरे
रूसी मिसाइलों ने रविवार को नाटो सदस्य पोलैंड से सटी यूक्रेन की पश्चिमी सीमा के करीब एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र को निशाना बनाया। इस हमले में 35 लोगों के मारे जाने और दर्जनों लोगोंके घायल होने की खबर है। अधिकारियों के मुताबिक यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब रूस ने यूके्रन की मदद के लिए वहां भेजे जाने वाले विदेशी हथियारों की खेप को निशाना बनाने की धमकी दी थी। ल्वीव के गवर्नर ने बताया कि रूस ने पोलैंड के निकटतम सीमावर्ती क्षेत्र से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर यवोरीव में स्थित यूक्रेनी सैन्य प्रशिक्षण केंद्र पर 30 से अधिक क्रूज मिसाइलें दागीं।
यूक्रेन को सैन्य मदद पहुंचाने के वास्ते पोलैंड पश्चिमी देशों के लिए एक प्रमुख मार्ग है। यवोरीव में प्रशिक्षण केंद्र पर हुए हमले को 18 दिन से जारी रूसी सैन्य अभियान के दौरान पश्चिम की तरफ किए गए सबसे प्रमुख हमले के तौर पर देखा जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार हमले के शिकार प्रशिक्षण केंद्र को अंतरराष्ट्रीय शांतिरक्षा एवं सुरक्षा केंद्र के नाम से जाना जाता है और इसका इस्तेमाल लंबे अरसे से यूक्रेनी सैनिकों को प्रशिक्षण देने के लिए किया जा रहा है।
पोप ने हमले की निंदा की
पोप फ्रांसिस ने यूक्रेन में जारी रूसी हमले में निहत्थे आम नागरिकों और बच्चों की हत्या को बर्बरता करार देते हुए इसकी निंदा की। पोप ने आग्रह किया कि शहरों के कब्रिस्तान में तब्दील होने से पहले तत्काल युद्ध को रोका जाना चाहिए। यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद से रविवार को पोप ने कहा कि ईश्वर के नाम पर इस नरसंहार को रोक दो।