विदेश मंत्री एस जयशंकर सोमवार को रूस की पांच दिवसीय यात्रा पर मॉस्को पहुंचे, इस दौरान वह अपने समकक्ष के साथ बातचीत करेंगे और विभिन्न द्विपक्षीय तथा वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
Arrived in Moscow.
Look forward to my engagements. pic.twitter.com/ddgNoNVA1X
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 25, 2023
जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मॉस्को पहुंच गया हूं। अपनी बातचीत को लेकर आशान्वित हूं।’’ वह सेंट पीटर्सबर्ग की भी यात्रा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने रविवार को नई दिल्ली में कहा, ‘‘समय के साथ परखी गई भारत-रूस साझेदारी स्थिर और लचीली बनी हुई है और विशेष तथा विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी की भावना से रेखांकित है।’’
जयशंकर रूस के उप प्रधानमंत्री तथा उद्योग और व्यापार मंत्री डेनिस मांतुरोव से मुलाकात करेंगे और आर्थिक साझेदारी से जुड़े मामलों पर उनसे चर्चा करेंगे। वह द्विपक्षीय, बहुपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत के लिए रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ भी वार्ता करेंगे।
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विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हमारे दोनों देशों के लोगों के बीच मजबूत संबंध और सांस्कृतिक साझेदारियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, विदेश मंत्री के कार्यक्रम में मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग में वार्ताएं भी शामिल होंगी।’’ दोनों पक्ष विशेष रूप से व्यापार, ऊर्जा, रक्षा और संपर्क के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों के अनेक पहलुओं पर चर्चा कर सकते हैं।
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बावजूद भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत बने रहे। भारत द्वारा रूसी कच्चे तेल का आयात काफी बढ़ गया है, जबकि कई पश्चिमी देशों में इसे लेकर बेचैनी है। भारत ने अभी तक यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा नहीं की है और वह कहता रहा है कि कूटनीति और संवाद से संकट का समाधान किया जाना चाहिए।