भारत में पर्यटन से विदेशी मुद्रा आय में 2 फीसदी से भी कम वृद्धि हो रही है। सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि मई में पर्यटन से 2.13 अरब डॉलर की आय हुई, जो एक महीने पहले की तुलना में सिर्फ 1.7 फीसदी अधिक है। मार्च में इसमें 33 फीसदी की वृद्धि हुई थी और अप्रैल में यह दर महज 1.2 फीसदी थी। इस तरह, इस साल मई में भारत में पर्यटन क्षेत्र से विदेशी मुद्रा आय 12 महीने के निचले स्तर पर दर्ज की गई है।
पिछले साल दिसंबर और इस साल जनवरी व फरवरी तक पर्यटन क्षेत्र से कमाई करीब 3 अरब डॉलर के स्तर पर बनी रही। पिछले चार वर्षों में इस क्षेत्र से सर्वाधिक 3.2 अरब डॉलर की आमदनी दिसंबर 2019 में हुई थी। वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान पर्यटन से आय अप्रैल 2020 में बुरी तरह गिरकर 0.01 अरब डॉलर पर आ गई थी, जो साल 2019 के बाद सबसे कम थी। महामारी की वजह से अप्रैल 2020 में 3,000 से भी कम पर्यटक भारत आए।
आय में कमी विदेशी पर्यटकों के कम आगमन के कारण हुई है। विदेशी पर्यटकों का आगमन एक साल पहले के मुकाबले 0.3 फीसदी कम होकर 6 लाख रह गया है। जून 2023 के बाद से सबसे कम विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ है। वैश्विक महामारी के बाद से विदेशी पर्यटकों के आगमन में लंबे समय तक गिरावट रहने के बाद यात्रा प्रतिबंधों में ढील के साथ उद्योग में भी धीरे-धीरे सुधार दिखने लगा।
हालांकि, यह अभी भी महामारी से पहले वाले साल यानी दिसंबर 2019 के उच्चतम स्तर को नहीं छू सका है, जब 12.3 लाख विदेशी पर्यटक भारत पहुंचे थे। पर्यटन मंत्रालय और सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी के मासिक आंकड़े दर्शाते हैं कि दिसंबर 2023 में 10.7 लाख पर्यटक आए थे, जो साल 2020 के बाद सर्वाधिक संख्या है मगर तब से विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है।
इस बीच, भारतीयों की विदेश यात्रा कई वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इस साल मई में 29 लाख भारतीय यात्रा के लिए विदेशी सरजमीं पर पहुंचे, जो एक साल पहले के मुकाबले 13.9 फीसदी अधिक है। मई की हालिया रिपोर्ट जिसमें साल के शुरुआती पांच महीनों के आंकड़े हैं उससे पता चलता है कि भारत में सबसे ज्यादा विदेशी पर्यटक बांग्लादेश से आए और कुल पर्यटकों में उनकी तादाद 20.3 फीसदी रही। उसके बाद अमेरिका (16.7 फीसदी), ब्रिटेन (10.5 फीसदी), कनाडा (4.8 फीसदी) और ऑस्ट्रेलिया (4.4 फीसदी) का स्थान रहा।
विदेश यात्रा करने वाले एक तिहाई भारतीय खाड़ी क्षेत्र के दो देशों में गए, जो बाहर जाने वाले भारतीयों के लिए शीर्ष स्रोत के रूप में है। 25 फीसदी भारतीय संयुक्त अरब अमीरात और 10.9 फीसदी भारतीय सऊदी अरब पहुंचे। मई में भारतीय पर्यटकों के लिए अन्य शीर्ष देशों में अमेरिका (7.2 फीसदी), थाईलैंड (5.9 फीसदी) और सिंगापुर (5 फीसदी) शामिल थे। करीब 50 फीसदी भारतीय इन पांच शीर्ष देशों में जा रहे है।
विदेश जाने वाले भारतीयों ने सबसे ज्यादा दिल्ली (23.76 फीसदी) से उड़ान भरी। उसके बाद मुंबई (20.11) का स्थान रहा। इसके बाद विदेश जाने वाले भारतीय पर्यटकों ने कोच्चि (7.38 फीसदी), चेन्नई (7.2 फीसदी) और हैदराबाद (7.12 फीसदी) से उड़ान भरी। मई में जब एक विदेशी पर्यटक भारत आ रहा था, तो उसकी तुलना में यहां से पांच भारतीय विदेश जा रहे थे।