अमेरिकी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि उत्तर कोरिया बायो हथियार (BW) प्रोग्राम के हिस्से के रूप में घातक बैक्टीरिया और वायरस बना रहा है। यूके स्थित द टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने सालाना असेसमेंट में कहा है कि उत्तर कोरिया ने घातक बीमारियों को फैलाने के लिए स्प्रे और “जहर वाला पेन” बनाए हैं।
यह रिपोर्ट उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर कम और एंथ्रेक्स और चेचक जैसे कीड़े फैलाने के लिए डिज़ाइन किए गए हथियारों पर अधिक फोकस करती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया अपने BW कार्यक्रम पर लगातार काम रहा है।
संयुक्त राज्य अमेरिका का मानना है कि उत्तर कोरिया (DPRK) एक समर्पित राष्ट्रीय स्तर का आक्रामक बायो हथियार (BW) कार्यक्रम चला रहा है। साथ ही उनके पास सैन्य उद्देश्यों के लिए बायो एजेंटों का उत्पादन करने की क्षमता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि डीपीआरके के पास बैक्टीरिया, वायरस और जहरीले पदार्थों का उत्पादन करने की तकनीकी क्षमता है जिनका उपयोग BW एजेंटों के रूप में किया जा सकता है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ये हथियार पारंपरिक बंदूकों के अलावा जहर के छिड़काव और जहर के इंजेक्शन जैसे “अजीब तरीकों” से भी फैलाए जा सकते हैं। और भी चिंता की बात ये है कि डीपीआरके “CRISPR” नामक तकनीक का इस्तेमाल कर बीमारी फैलाने वाले जीवों को आनुवंशिक रूप से बदल भी सकता है।
जैविक हथियार मनुष्य, जानवर और पौधों को बीमार करने या मारने के लिए बनाए जाते हैं। एंथ्रेक्स जैसे एजेंट बड़े पैमाने पर मौत का कारण बन सकते हैं। रिपोर्टों के मुताबिक, डीपीआरके 1960 के दशक से ही BW कार्यक्रम चला रहा है।