थाईलैंड में छुट्टी मनाना अब और आसान हो जाएगा। बैंकाक जाना हो या पटाया, अब भारतीय नागरिक घर बैठे थाई वीजा पा सकेंगे। इतना ही नहीं थाई वीजा की फाइल 14 दिनों में पूरी कर दी जाएगी। राष्ट्रीय राजधानी स्थित थाई दूतावास ने भारत में थाईलैंड की इलेक्ट्रॉनिक वीजा (ई-वीजा) प्रणाली को लागू करने की बुधवार को घोषणा करते हुए कहा कि यह एक जनवरी से प्रभाव में आ जायेगी। अपनी घोषणा में थाई दूतावास ने यह भी कहा कि सभी प्रकार के वीजा के वास्ते आवेदन निर्दिष्ट वेबसाइट थाईईवीजा डॉट गो डॉट द के जरिए ही भेजे जाने चाहिए।
थाई दूतावास ने बताया कि नयी दिल्ली स्थित रॉयल थाई दूतावास, भारत में प्रत्यक्ष (ऑफलाइन) भुगतान पद्धति के साथ थाईलैंड की इलेक्ट्रोनिक वीजा प्रणाली के कार्यान्वयन की घोषणा करता है। यह प्रणाली एक जनवरी 2025 से प्रभाव में आ जायेगी। वीजा शुल्क की प्राप्ति की तिथि से करीब 14 कार्य दिवसों के भीतर आवेदनों का निपटान किया जाएगा। निर्धारित वीजा निपटान कंपनियों में जमा किए जाने वाले सामान्य पासपोर्ट आवेदन 16 दिसंबर, 2024 तक स्वीकार किए जाएंगे। दूतावास या महावाणिज्य दूतावास में जमा किए जाने वाले राजनयिक और आधिकारिक पासपोर्ट आवेदन 24 दिसंबर, 2024 तक स्वीकार किए जाएंगे। वहीं भारतीय सामान्य पासपोर्ट धारकों के लिए पर्यटन और लघु व्यवसाय उद्देश्यों के लिए 60-दिवसीय वीजा छूट अगली घोषणा तक प्रभावी रहेगी।
भारतीयों पर क्यों मेहरबान हो रहा थाईलैंड ?
थाई सरकार यूं ही भारतीयों पर मेहरबान नहीं हो रही। थाई दूतावास के बताए आंकड़ों पर गौर करें तो 2024 के पहले छह महीने याने जनवरी- जून, 2024 के बीच में ही 10 लाख से ज्यादा भारतीय थाईलैंड घूमने गए थे। थाईलैंड को लेकर भारतीयों की दीवानगी का आलम ये है कि साल 2023 में 16 लाख से ज्यादा भारतीय पर्यटकों ने थाईलैंड का रूख़ किया था। थाईलैंड जानेवालों में बड़ी संख्या युवा प्रोफेशनल्स, Gen-Z की हैं। भारतीयों के थाईलैंड को लेकर इस क्रेज़ के चलते ही भारत- थाईलैंड हवाई रूट, थाईलैंड के सबसे मुनाफा वाले Air Routes में से एक है।
भारतीयों के लिए थाईलैंड जाना बहुत से मायनों में फायदेमंद होता है। ट्रैवल-टूर ऑपरेर्ट्स की मानें तो भारत में एक कोने से दूसरे कोने में छुट्टी मनाने जाने से ज्यादा सस्ता थाईलैंड जाना होता। उदाहरण के तौर पर यदि आप दिल्ली से केरल छुट्टी मनाने जाते है, तो उससे कम पैसे या उतने ही पैसे में में आप थाईलैंड घूम कर आ सकते हैं। भारतीय पर्यटकों के लिए थाईलैंड दूसरे विदेशी देशों की तुलना में सस्ता पड़ता है। एक थाई बक्त (थाईलैंड की करेंसी) ढाई रूपये की पड़ती है, याने भारतीय 25 हजार रुपये, 10 हजार थाई बक्त होते है, जो थाईलैंड के हिसाब से एक बड़ी रकम है। सस्ते में विदेश यात्रा को देखते हुए थाईलैंड भारतीय पर्यटकों के लिए सभी प्रकार से सुविधाजनक और फायदेमंद डेस्टिनेशन साबित होता है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)