FILE PHOTO: Russian President Vladimir Putin
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को रेयर-अर्थ मिनरल्स डील देने के संकेत दिए हैं। यह तब सामने आया जब डॉनल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में एक बड़ी बहस हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच किसी डील पर सहमति नहीं बन पाई, जिसके बाद पुतिन का यह बयान आया।
पुतिन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अमेरिका के साथ सहयोग को लेकर बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूस अमेरिकी साझेदारों के साथ काम करने के लिए तैयार है, जिसमें सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ निजी कंपनियां भी शामिल हो सकती हैं।
पुतिन ने कहा, “हम अपने अमेरिकी साझेदारों के साथ सहयोग के लिए खुले रहेंगे। जब मैं ‘साझेदार’ कहता हूं, तो इसमें सिर्फ प्रशासनिक और सरकारी एजेंसियां ही नहीं, बल्कि वे निजी कंपनियां भी शामिल हैं, जो हमारे साथ काम करने में रुचि दिखाएंगी।”
इसके साथ ही, पुतिन ने यह भी दावा किया कि रूस के पास दुर्लभ और दुर्लभ-पृथ्वी खनिजों (Rare and Rare-Earth Minerals) का भंडार यूक्रेन की तुलना में कहीं अधिक है।
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व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि दुर्लभ और दुर्लभ-पृथ्वी धातुओं (Rare Earth Minerals) के मामले में रूस के पास यूक्रेन से कहीं ज्यादा संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा, “रूस इस क्षेत्र में दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है।”
पुतिन के मुताबिक, रूस के ये भंडार मुरमान्स्क, काबार्दिनो-बल्कारिया, इरकुत्स्क, याकूतिया और तूवा जैसे इलाकों में मौजूद हैं। हालांकि, इन संसाधनों के दोहन के लिए बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश की जरूरत होगी। इसके लिए रूस अमेरिका और अन्य विदेशी कंपनियों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि इन संसाधनों को विकसित करने के लिए भारी पूंजी निवेश की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, “हम किसी भी विदेशी भागीदार, जिसमें अमेरिकी कंपनियां भी शामिल हैं, के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि नए क्षेत्रों के लिए भी यही बात लागू होती है। राष्ट्रपति ने कहा, “हम विदेशी भागीदारी के लिए खुले हैं। जो नए क्षेत्र अब रूसी संघ का हिस्सा बने हैं, वहां भी कुछ भंडार मौजूद हैं। हम अपने साझेदारों, जिसमें अमेरिकी भी शामिल हैं, के साथ काम करने के लिए तैयार हैं।”
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ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच तीखी बहस
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर जोरदार बहस हो गई। इस विवाद के चलते ज़ेलेंस्की को व्हाइट हाउस छोड़ना पड़ा और वह एक महत्वपूर्ण खनिज समझौते पर हस्ताक्षर किए बिना लौट गए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार को व्हाइट हाउस में हुई बैठक के दौरान ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर नाराजगी जताई, जब यूक्रेनी राष्ट्रपति ने रूस के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार होने से इनकार कर दिया। इस पर ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वांस ने ज़ेलेंस्की को अमेरिका की मदद के लिए “आभार प्रकट करने” की नसीहत दी।
इस विवाद के बाद ज़ेलेंस्की को बिना किसी समझौते के लौटना पड़ा और दोनों नेताओं की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी रद्द कर दी गई। ट्रंप ने बाद में सोशल मीडिया पर लिखा, “जब वह शांति के लिए तैयार हों, तब लौट सकते हैं।”