उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में पड़ रही बेतहाशा गर्मी, लू के थपेड़ों के बीच बिजली की मांग का रिकॉर्ड बन रहा है। बुधवार की रात उत्तर प्रदेश में पीक डिमांड 31400 मेगावाट को पार कर गई जो इतिहास में अब तक का सर्वाधिक है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में लू की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गयी है। उत्तर प्रदेश में बीते दो दिनों से हो रही बिजली की मांग देश भर में लगातार तीन सालों में सभी राज्यों में सबसे ज्यादा है। इस साल उत्तर प्रदेश में बिजली की अधिकतम मांग 32000 मेगावाट पार कर जाने का अंदेशा जताया जा रहा है।
हालांकि मांग और आपूर्ति में तालमेल की उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन की भरसक कोशिशों के बाद भी राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कई जिलों को जबरदस्त कटौती का सामना करना पड़ रहा है। कारपोरेशन अधिकारियों का कहना है कि रोस्टिंग, ट्रिपिंग और ट्रांसफार्मर फुंकने से बिजली का संकट कई इलाकों में पैदा हो रहा है। बिजली संकट से परेशान लोगों ने लखनऊ सहित कई जिलों में सड़कों पर उतर कर बवाल काटा। गुरूवार को भी रख-रखाव के नाम पर राजधानी में कई इलाकों में शटडाउन लिया गया। बढ़ती मांग के बीच आपूर्ति बाधित होने की शिकायतों के चलते कारपोरेशन के हेल्पलाइन भी बैठ जा रहा है।
शिकायतों का अंबार देशते हुए कारपोरेशन ने चैटबॉक्स, ईमेल, ट्विटर और व्टासअप पर भी शिकायतें दर्ज कराने की सुविधा दी है। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि पिछले तीन सालों से प्रदेश में सबसे ज्यादा बिजली की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने सभी से बिजली के संयम पूर्ण उपयोग कर सहयोग की अपील की है। मंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि शटडाउन उस समय न लिया जाए जब लोगों को ज्यादा परेशानी हो।
ऊर्जा मंत्री ने निर्देश दिए हैं कि शहरी और ग्रामीण इलाकों में बिजली की कटौती न की जाए और शेड्यूल के मुताबिक आपूर्ति की जाए। प्रदेश में रोस्टर के मुताबिक इस समय शहरों को 16से 20 घंटे, गांवों को 8 से 10 घंटे और जिला मुख्यालयों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति का रोस्टर लागू है। कारपोरेशन अधिकारियों ने बताया कि 6 जून को जहां प्रदेश में बिजली की मांग 28581 मेगावाट थी वहीं 7 जून को यह 29502 और 9 जून को 31104 मेगावाट पहुंच गई। बीते सात दिनों से बिजली की मांग हर रोज बढ़ती जा रही है।
दूसरी तरफ मौसम विभाग का अनुमान है कि प्रदेश में बेतहाशा गर्मी का दौर 14 जून तक जारी रहेगा। इसके बाद मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। फिलहाल अगले दो दिनों तक प्रदेशवासियों को गर्मी और लू से कोई राहत नही मिलने वाली है। गुरूवार को प्रदेश के 9 जिलों में मौसम विभाग ने डीट वेव का एलर्ट जारी किया था। बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा 46 डिग्री तापमान झांसी में और 45.2 डिग्री आगरा मे रिकॉर्ड किया गया। वाराणसी और लखनऊ में तापमान 42 डिग्री के पार रहा है। मौसम विभाग के अनुमानों के मुताबिक प्रदेश में 15 से 20 जून के बीच मानसून के आने की संभावना है।