उत्तर प्रदेश

वाराणसी में पहली बार मध्य क्षेत्रीय परिषद की होगी बैठक, अमित शाह, योगी के अलावा तीन और राज्यों के CM होंगे शामिल

वाराणसी में पहली बार होने जा रही मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में चार राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे, जहां काशी के 10 प्रमुख GI टैग प्रोडक्ट्स की प्रदर्शनी लगेगी।

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- June 22, 2025 | 6:49 PM IST

पहली बार उत्तर प्रदेश के वाराणसी में होने जा रही मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भाग लेंगे। मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक मंगलवार को शुरू होगी, जिसमें भाग लेने के लिए के लिए सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर केंद्रीय गृह मंत्री व मुख्यमंत्री योगी वाराणसी पहुंचेंगे। बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी रहेंगे। चारों प्रदेश के मुख्यमंत्री सोमवार शाम वाराणसी एयरपोर्ट पर अमित शाह का स्वागत करेंगे।

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बाबा विश्वनाथ का दर्शन करेंगे सभी अतिथि

सभी अतिथि काशी कोतवाल काल भैरव और बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आयोजित रात्रिभोज में शामिल होंगे। मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक के दौरान वाराणसी में 10 GI प्रोडक्ट्स की अनूठी प्रदर्शनी सजेगी। ताज होटल में प्रस्तावित इस महत्वपूर्ण बैठक के अलावा काशी के विश्व प्रसिद्ध हस्तशिल्प GI टैग प्रोडक्ट्स की प्रदर्शनी भी लगेगी। इसमें काशी के 10 स्पेशल GI-टैग वाले प्रोडक्ट को प्रदर्शित किया जाएगा, जो यहां के कारीगरों के हुनर और समृद्ध विरासत का प्रतीक हैं। यह आयोजन न केवल इन प्रोडक्ट्स को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएगा, बल्कि स्थानीय कारीगरों को भी प्रोत्साहित करेगा।

परिषद की बैठक के दौरान जिन GI प्रोडक्ट्स को प्रदर्शित किया जाएगा, उनमें बनारस ब्रोकेड एण्ड साड़ी, बनारस जरदोजी, गुलाबी मीनाकारी क्राफ्ट, बनारस ग्लास बीड्स, मेटल रिपोजी क्राफ्ट, मेटल कास्टिंग क्राफ्ट, वुडेन लेकर एंड टॉयज, बनारसी वुड कार्विंग, वाराणसी सॉफ्ट स्टोन जाली वर्क और हैंड ब्लॉक प्रिंट शामिल हैं। GI मैन ऑफ इंडिया के रूप में ख्याति प्राप्त पद्मश्री डॉ. रजनी कांत ने कहा कि भारत  की बौद्धिक संपदा में शुमार GI प्रोडक्ट्स की इस प्रदर्शनी से काशी के कारीगरों के हुनर को मंच मिलेगा।

उन्होंने बताया कि पूर्वांचल में 32 GI प्रोडक्ट्स हैं, जिनसे करीब 20 लाख कारीगर जुड़े हैं। इसका सालाना कारोबार लगभग 25,500 करोड़ रुपये का है। योगी सरकार की नीतियों और प्रयासों से उत्तर प्रदेश GI टैग प्राप्त प्रोडक्ट्स की संख्या के मामले में देश में शीर्ष पर है। अभी प्रदेश के पास 77 GI टैग प्रोडक्ट्स हैं। यह राज्य की विविध कला, शिल्प परंपराओं, फॉर्मिंग प्रोडक्ट्स और विशिष्ट भौगोलिक पहचान को दर्शाता है। 30 GI टैग मिलने की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद उत्तर प्रदेश की यह उपलब्धि और भी मजबूत होगी।

हेंडीक्राफ्ट खास तौर पर GI टैग वाले प्रोडक्ट्स का प्रचार प्रसार होगा। अन्य प्रदेश से आए विशिष्ट मेहमान काशी की इस कला से परिचित होंगे और इस कला की बारीकियों को जानेंगे। इस मंच से ऑर्डर मिलने की संभावनाएं बढ़ेंगी।

First Published : June 22, 2025 | 6:38 PM IST