facebookmetapixel
क्या सच में पेंशनर्स को महंगाई भत्ता और अन्य लाभ नहीं मिलेंगे? सरकार ने वायरल मैसेज की बताई सच्चाईदुबई से जुड़े Forex Scam का पर्दाफाश; निजी बैंक कर्मचारी समेत 3 गिरफ्तारIncome Tax: फ्रीलांसर्स और पार्ट-टाइम जॉब से कमाई करने वालों पर टैक्स को लेकर क्या नियम है?Groww की पैरेंट कंपनी का वैल्यूएशन ₹1 लाख करोड़ पार, शेयर इश्यू प्राइस से 78% उछलाबिहार में NDA की जीत से बदला मार्केट मूड! मोतीलाल ओसवाल ने कहा- ब्रांड मोदी बरकरार, शॉर्ट टर्म में दिखेगी तेजीUS Visa Bulletin December 2025: भारतीयों के लिए जरूरी खबर, EB-5 में भारतीयों की ग्रीन कार्ड वेटिंग हुई कम!सालभर में ₹150 से ₹5,087 तक पहुंचा ये शेयर, 18 नवंबर को देने जा रहा बोनस₹200 से कम कीमत वाले 4 स्टॉक्स पर मोतीलाल ओसवाल की BUY रेटिंग, 31% तक मिल सकता है रिटर्नक्या वाकई सेंसेक्स 3 लाख पहुंचने वाला है! ग्लोबल ब्रोकरेज की कैलकुलेशन से समझेंबांग्लादेश की पूर्व पीएम Sheikh Hasina को मौत की सजा, कोर्ट ने मानवता के ​​खिलाफ अपराध का दोषी माना

No-Confidence Motion: लोकसभा में 8 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा

इंडिया के करीब 26 सांसद, भारत राष्ट्र समिति के करीब सात सांसद और कपिल सिब्बल जैसे कुछ स्वतंत्र सांसद सहित करीब 109 सांसद राज्यसभा में विधेयक का विरोध कर सकते हैं।

Last Updated- August 01, 2023 | 11:31 PM IST

लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर 8 अगस्त को चर्चा शुरू होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को चर्चा का जवाब दे सकते हैं जो मॉनसून सत्र का अंतिम दिन है। लोकसभा की कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। विपक्षी दलों के सदस्यों ने बीएसी बैठक का विरोध किया।

लोकसभा में सरकार ने मौजूदा दिल्ली सेवा अध्यादेश को बदलने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 पेश किया। बीजू जनता दल (बीजद) द्वारा दोनों सदनों में विधेयक को समर्थन देने की घोषणा से सरकार को राहत मिली है। बीजद के सस्मित पात्र ने कहा कि उनकी पार्टी अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करेगी। हालांकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है, लेकिन बीजद और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के समर्थन देने के वादे के साथ इसे विधेयक के आसानी से पारित होने की उम्मीद है।

विपक्षी दलों के गठबंधन, इंडिया के करीब 26 सांसद, भारत राष्ट्र समिति के करीब सात सांसद और कपिल सिब्बल जैसे कुछ स्वतंत्र सांसद सहित करीब 109 सांसद राज्यसभा में विधेयक का विरोध कर सकते हैं। हालांकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) अपने 100 सांसदों के बलबूते और पांच मनोनीत सदस्यों, बीजद तथा वाईएसआरसीपी के 9-9 सांसदों के समर्थन से विधेयक पारित कराने की उम्मीद कर सकता है। राज्यसभा में फिलहाल कुल 238 सदस्य (कुल 245 में से) हैं।

मंगलवार की सुबह, विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा बुलाई गई लोकसभा की बीएसी बैठक का बहिष्कार किया। ये सदस्य 8 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराने के फैसले का विरोध कर रहे थे। विपक्षी दल इससे पहले ही इस पर चर्चा कराना चाहते हैं।

विपक्षी दलों के नेताओं ने लोकसभा के कुछ पूर्व निर्णयों और कुछ अन्य नियमों का भी हवाला दिया जो अन्य सरकारी कामकाज की तुलना में अविश्वास प्रस्ताव को प्राथमिकता देते हैं। वहीं दूसरी तरफ सरकार इस बात पर जोर देती है कि अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल विचार करने के लिए कोई नियम या कोई पूर्व उदाहरण नहीं है। इसका तर्क यह है कि प्रस्ताव को निर्धारित करने वाले नियमों के तहत इसे स्वीकार करने के 10 कार्यदिवसों के भीतर ही इस पर चर्चा की जानी चाहिए।

First Published - August 1, 2023 | 11:31 PM IST

संबंधित पोस्ट