facebookmetapixel
अमेरिका-चीन में ट्रेड फ्रेमवर्क को लेकर बनी सहमति, ट्रंप-शी मुलाकात का रास्ता साफइन्वेस्ट यूपी के बाद योगी सरकार का नया फैसला, जिला उद्योग केंद्रों को कॉरपोरेट रूप देने की योजनाQ2 Results: इस हफ्ते 300 से ज्यादा कंपनियों के नतीजे, लिस्ट में अदाणी ग्रुप की 3 कंपनियां; देखें पूरी लिस्टPSU Stock: रेलवे पीएसयू कंपनी को मिला ₹168 करोड़ का ऑर्डर, सोमवार को शेयर में दिख सकता है तगड़ा एक्शनLenskart 31 अक्टूबर को लॉन्च करेगा IPO, 2,150 करोड़ रुपये जुटाने का है लक्ष्यDividend Stocks: अगले हफ्ते Infosys, CESC और Tanla Platforms शेयरधारकों को देंगे डिविडेंड, देखें पूरी लिस्टStock Market Outlook: Q2 नतीजों से लेकर फेड के फैसले और यूएस ट्रेड डील तक, ये फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चालअनिल अग्रवाल की Vedanta ने $500 मिलियन बांड जारी कर कर्ज का बोझ घटायाMaruti Suzuki के दम पर भारत का वाहन निर्यात 18% बढ़ा: SIAMअदाणी की फंडिंग में US इंश्योरर्स की एंट्री, LIC रही पीछे

MP ने शुरू की अनूठी रोजगार योजना

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत विभिन्न कंपनियों में प्रशिक्षण हासिल कर रहे युवाओं को दी जा रही 8,000 से 10,000 रुपये प्रति माह की आर्थिक सहायता।

Last Updated- August 25, 2023 | 11:35 AM IST
Madhya Pradesh Sikho Kamao Yojana by Shivraj Singh Chouhan

मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने की बात को ध्यान में रखते हुए एक अनूठी रोजगार योजना शुरू की है। ‘ मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ नामक इस योजना के जरिए युवा अब न केवल काम सीख सकेंगे बल्कि उसी अवधि में उन्हें 8,000 रुपये से 10,000 रुपये तक का मासिक स्टाइपेंड भी दिया जाएगा।

कुछ युवाओं को योजना के तहत स्वीकृति पत्र सौंपकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी औपचारिक शुरुआत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमने यह देखा था कि कक्षा बारहवीं या आईटीआई की पढ़ाई पूरी करने वाले बच्चे रोजगार के लिए बहुत परेशान होते हैं। उनको नौकरी की जरूरत होती है। ऐसे में हमने सीखो-कमाओ योजना की परिकल्पना की जहां बच्चे काम सीखने के साथ-साथ नियमित आय अर्जित कर सकेंगे।’

यह भी पढ़ें : MP: नई ऊंचाइयों पर पहुंचा ऑर्गेनिक एक्सपोर्ट

मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा बेरोजगारी भत्ता देने की बात पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं पंख देती है, गाय अपने बच्चों को पैरों पर खड़ा करती है, शेरनी उन्हें शिकार करना सिखाती है। इसलिए हमने तय किया कि भत्ता नहीं देंगे बल्कि बच्चों को अलग-अलग कंपनियों में काम सिखाएंगे।’ उन्होंने कहा कि काम सीखने के बाद ये बच्चे स्थायी नौकरी भी कर सकते हैं और खुद का उद्योग भी शुरू कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का पंजीयन जून में शुरू किया गया था। इसके तहत 8 लाख से अधिक बच्चों ने पंजीयन कराया और अब तक 16,744 कंपनियां भी इसमें पंजीकृत हो चुकी हैं। योजना के तहत अब तक 70,386 पद सामने आ चुके हैं और 15,092 अनुबंध हो चुके हैं।

Madhya Pradesh Sikho Kamao Yojana के तहत प्रशिक्षित युवाओं को मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड द्वारा एक प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में स्टार्ट अप्स के लिए भी अनुकूल माहौल है और यहां 3,500 से अधिक स्टार्ट अप्स पंजीकृत हैं। प्रदेश में स्टार्ट इकोसिस्टम बेहतर होने के कारण यहां बहुत बड़ी तादाद में महिलाओं द्वारा संचालित स्टार्ट अप भी हैं। प्रदेश सरकार की स्वरोजगार योजना के तहत तीन लाख से अधिक युवाओं को अपना रोजगार शुरू करने के लिए ऋण दिया गया है।

यह भी पढ़ें : MP: स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री जन आवास योजना सहित कई घोषणाएं

First Published - August 25, 2023 | 11:35 AM IST

संबंधित पोस्ट