facebookmetapixel
नए लेबर कोड पर उद्योग जगत की बड़ी आपत्ति, दावा: वेतन के नियम और ग्रेच्युटी से बढ़ेगा भर्ती खर्चPAN कार्ड आधार से लिंक नहीं? अगर हां तो 31 दिसंबर तक कर लें पूरा, नहीं तो नए साल में होगी दिक्कत1 जनवरी से कम हो सकती हैं CNG, PNG की कीमतें, PNGRB टैरिफ में करेगी बदलावकर्नाटक के चित्रदुर्ग में स्लीपर बस और लॉरी में भयंकर टक्कर, आग लगने से 10 लोग जिंदा जलेStock Market: क्रिसमस के चलते आज शेयर बाजार बंद, BSE-NSE और MCX में नहीं होगी कोई ट्रेडिंगToday’s Weather: कोहरा, सर्दी और जहरीली हवा – क्रिसमस के दिन आज कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?राजधानी की कनेक्टिविटी को नई रफ्तार: दिल्ली मेट्रो के विस्तार पर मुहर, ₹12 हजार करोड़ से ज्यादा होंगे खर्चगोवा से शिमला तक हाउस फुल! साल के अंत में होटल उद्योग ने दिखाई तेजी, दिसंबर में बुकिंग 30% तक बढ़ीकंपनियां डार्क पैटर्न के नए तरीके अपना रहीं, पर उपभोक्ता मंत्रालय की कड़ी नजर: प्रह्लाद जोशीRBI के ₹2 लाख करोड़ OMO ऐलान से बॉन्ड बाजार में भूचाल, 10 साल की यील्ड 6.54% पर फिसली

MP ने शुरू की अनूठी रोजगार योजना

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत विभिन्न कंपनियों में प्रशिक्षण हासिल कर रहे युवाओं को दी जा रही 8,000 से 10,000 रुपये प्रति माह की आर्थिक सहायता।

Last Updated- August 25, 2023 | 11:35 AM IST
Madhya Pradesh Sikho Kamao Yojana by Shivraj Singh Chouhan

मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने की बात को ध्यान में रखते हुए एक अनूठी रोजगार योजना शुरू की है। ‘ मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ नामक इस योजना के जरिए युवा अब न केवल काम सीख सकेंगे बल्कि उसी अवधि में उन्हें 8,000 रुपये से 10,000 रुपये तक का मासिक स्टाइपेंड भी दिया जाएगा।

कुछ युवाओं को योजना के तहत स्वीकृति पत्र सौंपकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी औपचारिक शुरुआत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमने यह देखा था कि कक्षा बारहवीं या आईटीआई की पढ़ाई पूरी करने वाले बच्चे रोजगार के लिए बहुत परेशान होते हैं। उनको नौकरी की जरूरत होती है। ऐसे में हमने सीखो-कमाओ योजना की परिकल्पना की जहां बच्चे काम सीखने के साथ-साथ नियमित आय अर्जित कर सकेंगे।’

यह भी पढ़ें : MP: नई ऊंचाइयों पर पहुंचा ऑर्गेनिक एक्सपोर्ट

मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा बेरोजगारी भत्ता देने की बात पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं पंख देती है, गाय अपने बच्चों को पैरों पर खड़ा करती है, शेरनी उन्हें शिकार करना सिखाती है। इसलिए हमने तय किया कि भत्ता नहीं देंगे बल्कि बच्चों को अलग-अलग कंपनियों में काम सिखाएंगे।’ उन्होंने कहा कि काम सीखने के बाद ये बच्चे स्थायी नौकरी भी कर सकते हैं और खुद का उद्योग भी शुरू कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का पंजीयन जून में शुरू किया गया था। इसके तहत 8 लाख से अधिक बच्चों ने पंजीयन कराया और अब तक 16,744 कंपनियां भी इसमें पंजीकृत हो चुकी हैं। योजना के तहत अब तक 70,386 पद सामने आ चुके हैं और 15,092 अनुबंध हो चुके हैं।

Madhya Pradesh Sikho Kamao Yojana के तहत प्रशिक्षित युवाओं को मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड द्वारा एक प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में स्टार्ट अप्स के लिए भी अनुकूल माहौल है और यहां 3,500 से अधिक स्टार्ट अप्स पंजीकृत हैं। प्रदेश में स्टार्ट इकोसिस्टम बेहतर होने के कारण यहां बहुत बड़ी तादाद में महिलाओं द्वारा संचालित स्टार्ट अप भी हैं। प्रदेश सरकार की स्वरोजगार योजना के तहत तीन लाख से अधिक युवाओं को अपना रोजगार शुरू करने के लिए ऋण दिया गया है।

यह भी पढ़ें : MP: स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री जन आवास योजना सहित कई घोषणाएं

First Published - August 25, 2023 | 11:35 AM IST

संबंधित पोस्ट