प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि रेलवे के आधुनिकीकरण से देश में बड़े पैमाने पर निवेश बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव से पहले कहा कि अगले पांच वर्षों के दौरान रेलवे देश में निवेश का एक बड़ा स्रोत साबित होगा। मोदी ने 41,000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाली रेल परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
उन्होंने इस अवसर पर कहा, ‘भारत अब दुनिया में निवेश का सर्वाधिक आकर्षक केंद्र बन गया है। देश में आधुनिक आधारभूत ढांचे का विकास इसके सबसे बड़े कारणों में एक है। देश में हजारों की संख्या में रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण हो चुका है। इससे भारतीय रेल की क्षमता बढ़ेगी जिसका नतीजा यह होगा कि देश में निवेश से जुड़ी गतिविधियों में भारी तेजी आएगी।’
मोदी ने जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी उनमें कई स्टेशन हैं जिनका पुनर्विकास होगा। इसके अलावा सड़क ओवरब्रिज और सड़क अंडरब्रिज आदि भी तैयार होंगे।
रेलवे ने कुल 7,000 स्टेशनों में 1,321 स्टेशनों का चयन किया है जो दोबारा विकसित होंगे। इनमें कई निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस प्रगति का श्रेय पीएम गति-शक्ति ढांचे को दिया। वैष्णव ने कहा कि इससे विभिन्न तरह के परिचालन सुधारने में मदद मिली है।
रेल मंत्री ने रेल सुविधाओं में त्रुटियों के संबंध में पूछे गए सवाल पर कहा कि ‘मोदी 3.0’ में इस मोर्चे पर सुधार के लिए काफी काम किए जाएंगे। वैष्णव अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत चल रहे कार्यों का प्रगति पर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘विश्व-स्तरीय स्टेशन तैयार करना एक पेचीदा प्रक्रिया है मगर सरकार ने ऐसी परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए कई सुधार किए हैं। विभिन्न स्टेशनों पर बड़े पैमाने पर पुनर्विकास के कार्य चल रहे हैं।‘
केंद्र सरकार ने पहले तीन बड़े स्टेशनों अहमदाबाद, मुंबई और दिल्ली के पुनर्विकास के लिए 10,000 करोड़ रुपये रकम मंजूर की थी। इनमें अहमदाबाद और मुंबई स्टेशनों पर काम चल रहे हैं मगर रेल मंत्रालय को परियोजना लागत पर सहमति नहीं बन पाने के कारण नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए निविदा दो बार रद्द करनी पड़ी।
मोदी ने कहा कि भारतीय रेल का मतलब केवल यात्रियों की सुविधा से नहीं है बल्कि यह भारत में कृषि और औद्योगिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने वाला एक प्रमुख माध्यम है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार थमने और सरकारी तंत्र में सुधार के कारण रेलवे का आधुनिकीकरण संभव हो पाया है। मोदी ने कहा कि जिन ऊंचे मानकों के साथ वर्तमान समय में काम हो रहे हैं उनकी 10 साल पहले कल्पना तक नहीं की जा सकती थी।