प्रतीकात्मक फोटो
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yeida) ने ग्रेटर नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास 6,500 रेजिडेंशियल प्लॉट की एक किफायती आवास योजना शुरू करने का फैसला किया है। यह जानकारी प्राधिकरण के अधिकारियों ने बुधवार को दी।
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, योजना के तहत कुल 6,000 प्लॉट 30 वर्ग मीटर के आकार के होंगे और इनकी कीमत लगभग 8 लाख रुपये हो सकती है। अधिकारियों का कहना है कि यह मूल्य निर्धारण मध्यम वर्ग के लोगों को हवाई अड्डे के पास अपना घर बनाने का एक अच्छा अवसर प्रदान करेगा। येडा ने यह भी बताया कि आदर्श आचार संहिता हटने के बाद अगले महीने इस योजना को शुरू कर दिया जाएगा।
30 वर्ग मीटर के 6,000 प्लॉट के अलावा, लगभग 500 प्लॉट होंगे जिनका आकार 200 वर्ग मीटर से 4000 वर्ग मीटर के बीच होगा। ये भी आवासीय उपयोग के लिए होंगे। अधिकारियों के अनुसार, बड़े प्लॉट की दर लगभग ₹24,000 प्रति वर्ग मीटर होगी।
येडा के CEO अरुणवीर सिंह ने कहा, “हमने मध्यम वर्ग और निम्न मध्यम वर्ग के लिए यह योजना बनाई है क्योंकि उन्हें भी नोएडा हवाई अड्डे के नजदीक विकसित हो रहे इस शहरी क्षेत्र में अपना घर बनाना चाहते हैं। एक बार सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाने के बाद, हम इस योजना को शुरू कर देंगे।”
योजना से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाने के बाद येडा जून या जुलाई में इस योजना को शुरू कर सकता है। निर्धारित नियमों के अनुसार सभी आवेदन प्राप्त होने के बाद लकी ड्रॉ के माध्यम से सभी आकार के प्लॉट आवंटित किए जाएंगे।
येडा के अधिकारियों ने कहा, पूरा प्लान पक्का हो जाने के बाद, जैसे जमीन की कीमत, प्लॉट का आकार, योजना कब शुरू होगी और जमीन कहां है, ये सभी तय हो जाएं, तब येडा इस योजना का पूरा विवरण प्रकाशित करेगा। ये प्लॉट सेक्टर 17, 18 और 20 में मिलेंगे। ये वही सेक्टर हैं जहां येडा ने 2008-09 में भी प्लॉट स्कीम चलाई थी। लेकिन उस वक्त कई लोगों को प्लॉट नहीं मिल पाए क्योंकि कुछ किसानों ने जमीन देने से इनकार कर दिया था।
उन्होंने हाईकोर्ट में भी केस कर दिया था। येडा का कहना है कि अब वो किसानों के साथ मिलकर इस मामले को सुलझा रहे हैं और पुराने आवंटियों को भी जल्द ही जमीन का कब्जा दे दिया जाएगा। अच्छी बात ये है कि नई योजना वाली जमीन किसी विवाद में नहीं है और जैसे ही प्लॉट का आवंटन होगा, वैसे ही उसका कब्जा भी मिल जाएगा।