Shivraj Singh Chouhan Facebook
देश के स्वच्छतम् शहर इंदौर में आज से “ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023” का शुभारंभ हो रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के ये दो दिन प्रदेश के विकास का एक नया अध्याय रचने जा रहे हैं। इस वर्ष इसकी थीम “फ्यूचर रेडी मध्य प्रदेश” रखी गई है, क्योंकि मध्य प्रदेश चहुंमुखी विकास करता हुआ तेजी से आगे बढ़ता हुआ राज्य है। जिसमें लैंड बैंक, पर्याप्त जल तथा विद्युत आपूर्ति, स्किल्ड मैनपावर, वन और खनिज संसाधन भरपूर मात्रा में उपलब्ध हैं। यह कार्बन न्यूट्रल और ज़ीरो वेस्ट ईवेंट है, जो माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के स्वच्छ भारत अभियान और कार्बन उत्सर्जन कम करने के आह्वान को गति देने का एक प्रयास है। हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत नई अंगड़ाई ले रहा है, विकास की नई ऊंचाइयां छू रहा है।
मध्य प्रदेश देश का हृदय प्रदेश है। जिस प्रकार हृदय की सक्रियता और चैतन्यता पूरे शरीर को सशक्त बनाती है, उसी प्रकार मध्य प्रदेश ने पूरे देश की विकास यात्रा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया है। इस समिट में 80 से अधिक देशों और भारत के प्रतिष्ठित और कर्मशील उद्योग समूहों के लगभग 5 हजार उद्योगपति, औद्योगिक संस्थानों के सीईओ, उद्योग प्रतिनिधि और निवेशक शामिल हो रहे हैं। मैं मध्य प्रदेश की धरती पर पधारे सभी निवेशकों का हृदय की गहराइयों से और प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से स्वागत करता हूं।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश में हुए विकास कार्यों के बाद प्रदेश में निवेश के लिए अनुकूल परिस्थितियों के साथ व्यापक संभावनाएं विकसित हुई हैं। यह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उद्योगपतियों और निवेशकों के लिए अपनी योजनाओं को निर्णायक रूप देने का सुनहरा अवसर है। समिट के दौरान उद्योग स्थापित करने की बेहतर व्यवस्था, प्रदेश की उद्योग मित्र नीतियां, निवेश के साझा प्रयास और आयात-निर्यात की क्षमता बढ़ाने के लिए देश-दुनिया के उद्योगपतियों तथा निवेशकों के साथ विचार-विमर्श होगा। मेरा प्रयास है कि मैं स्वयं इस समिट में पधारे सभी सम्माननीय अतिथियों और निवेशकों से व्यक्तिगत और प्रत्यक्ष चर्चा कर सकूं। समिट से मिलने वाले परिणामों से टेक्सटाइल, रेडीमेड गारमेंट्स, फार्मास्युटिकल्स, ऑटोमोबाइल, आईटी, ऊर्जा, पर्यटन, कृषि, ग्रामोद्योग, खाद्य प्रसंस्करण और रियल स्टेट जैसे क्षेत्रों में निवेश आने की संभावना प्रबल होगी।
मध्य प्रदेश विभिन्न क्षेत्रों में विकास के पथ पर अग्रसर होने के साथ ही नए निवेश से समृद्धि और रोजगार वृद्धि के लिये प्रयास कर रहा है। मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता है कि मध्य प्रदेश ने उद्योग मित्र व्यवस्था निर्मित की है। प्रदेश अब निवेश का बड़ा केंद्र बन गया है। मध्य प्रदेश में अधोसंरचना निर्माण, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुशासन, अर्थव्यवस्था और रोजगार हमारी प्राथमिकता है। देश की जीडीपी में हमारा योगदान 3.4 प्रतिशत से बढ़कर 4.6 प्रतिशत हो गया है, विकास दर 19.74 प्रतिशत और जीएसडीपी 11.5 लाख करोड़ रुपये है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के वर्ष 2026 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प में मध्य प्रदेश 550 बिलियन डॉलर से अधिक का योगदान देने को कृत संकल्पित है।
मुझे यह बताते हुए खुशी है कि मध्य प्रदेश में उद्योगों के लिए 1 लाख 20 हजार एकड़ से अधिक लैंड बैंक उपलब्ध है। उद्योगों के लिए 24 घंटे बिजली दी जा रही है। बेहतर कनेक्टिविटी के लिए प्रदेश में 3 लाख किमी से अधिक सड़कों का जाल बिछाया गया है। प्रदेश “ईज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस” की रेटिंग में अचीवर्स की श्रेणी में शामिल है। हमने प्रदेश के श्रम कानून में आवश्यक सुधार किये हैं। प्रदेश में दक्ष मानव संसाधन की सहज उपलब्धता है। सिंगल विन्डो सिस्टम से उद्योग स्थापना संबंधी प्रक्रिया में सरलता आई है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। कोविड की कठिन परिस्थितियों में भी मध्य प्रदेश के फार्मास्युटिकल सेक्टर ने देश ही नहीं बल्कि विदेश में रहने वाले लोगों की भी मदद की है। मानवता की दिशा में उठे इस महत्वपूर्ण कदम से हमें प्रेरणा मिली और हमने प्रदेश में फार्मा सेक्टर में निवेश लाने पर फोकस किया। मध्य प्रदेश टेक्सटाइल इंडस्ट्री में देश के 10 अग्रणी राज्यों में शामिल है। प्रदेश के टेक्सटाइल उत्पाद दुनिया के विभिन्न देशों में निर्यात हो रहे हैं जिससे इन्हें अलग पहचान मिली है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के पर्यावरण संवर्धन-संरक्षण के आह्वान को अमल में लाते हुए मध्य प्रदेश ऊर्जा संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ा और यहां ई-व्हीकल कंपनियों के लिए पार्क बनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश पावर सरप्लस राज्य है। यहां थर्मल, हाइड्रो, विंड, सोलर और रिन्यूएबल एनर्जी का उत्पादन किया जा रहा है। ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में अब तक तीन लाख किलोमीटर सड़कों का निर्माण हो गया है। चंबल के बीहड़ को जोड़ते हुए अटल एक्सप्रेस-वे और अमरकंटक से सीधे गुजरात की सीमा तक नर्मदा एक्सप्रेस-वे बनाने के साथ दोनों तरफ इंडस्ट्रियल पार्क तैयार करने की योजना है। इंदौर और भोपाल के बीच ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट विकसित किया जा रहा है।
हमने कृषि के क्षेत्र में भी नये कीर्तिमान स्थापित करते हुए 18 प्रतिशत कृषि विकास दर हासिल की है। प्रदेश को 7 कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। प्रदेश का बासमती चावल अमेरिका और कनाडा में पसंद किया जा रहा है। गेहूं, दलहन-तिलहन के उत्पादन में मध्य प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। प्रदेश में कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। मध्य प्रदेश को “फूड बास्केट ऑफ इंडिया” कहलाने का गौरव मिला है। लगभग दो दशक पहले मध्यप्रदेश में सिंचित क्षेत्र 7.5 लाख हेक्टेयर था, जो अब 45 लाख हेक्टेयर हो गया है, वर्ष 2026 तक सिंचित क्षेत्र 65 लाख हेक्टेयर करने का लक्ष्य है।
प्रदेश में आध्यात्मिक और वन्य जीव आधारित पर्यटन के अपार अवसर उपलब्ध हैं। मध्य प्रदेश टाइगर स्टेट, लेपर्ड स्टेट के बाद अब चीता स्टेट भी बन गया है। विगत दिनों प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने उज्जैन में आदि अनादि महाकाल की भव्यता को प्रदर्शित करते श्री महाकाल महालोक को राष्ट्र को समर्पित किया।
मध्य प्रदेश में 5जी टेक्नोलॉजी के शुरू होने से सुशासन, शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योगों के विकास को लाभ मिलेगा। प्रदेश में हर माह करीब 2.5 लाख युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ने का अभियान चल रहा है। 1 लाख से अधिक शासकीय पदों पर भर्ती की जा रही है। हमने विशेषज्ञों को नियुक्त कर मध्य प्रदेश स्टार्टअप सेंटर स्थापित किया है। इसके माध्यम से स्टार्टअप को प्रत्येक 1 करोड़ के निवेश पर 15 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि दी जाती है। प्रदेश में सीएम राइज स्कूल के नवाचार और आईटीआई संस्थाओं को आधुनिक रूप देने के साथ स्किल्ड मैनपावर की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए सिंगापुर के सहयोग से ग्लोबल स्किल पार्क विकसित किया जा रहा है।
हम अपने प्रदेश के बेटे-बेटियों को रोजगार तथा स्व-रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी प्रतिभा, क्षमता और मेधा शक्ति से संसार को अवगत कराने के लिये प्रत्यनशील हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि देश-दुनिया से आये उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ दो दिनों तक चलने वाली इस इन्वेस्टर्स समिट से उद्योग की नई संभावनाएं निर्मित होंगी और विकास के नये आयाम खुलेंगे। समिट के बाद प्रदेश में जो औद्योगिक क्रांति होगी इससे हमारे युवाओं को रोजगार मिलेगा और हमारे संसाधनों का समुचित उपयोग होगा। मुझे उम्मीद है कि यह आयोजन मध्य प्रदेश की प्रगति और समृद्धि की नई इबारत लिखेगा और आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश निर्माण के साथ आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को पूरा करेगा।
(लेखक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं)