facebookmetapixel
सीतारमण बोलीं- GST दर कटौती से खपत बढ़ेगी, निवेश आएगा और नई नौकरियां आएंगीबालाजी वेफर्स में 10% हिस्सा बेचेंगे प्रवर्तक, डील की वैल्यूएशन 40,000 करोड़ रुपये तकसेमीकंडक्टर में छलांग: भारत ने 7 नैनोमीटर चिप निर्माण का खाका किया तैयार, टाटा फैब बनेगा बड़ा आधारअमेरिकी टैरिफ से झटका खाने के बाद ब्रिटेन, यूरोपीय संघ पर नजर टिकाए कोलकाता का चमड़ा उद्योगबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोलीं सीतारमण: GST सुधार से हर उपभोक्ता को लाभ, मांग में आएगा बड़ा उछालGST कटौती से व्यापारिक चुनौतियों से आंशिक राहत: महेश नंदूरकरभारतीय IT कंपनियों पर संकट: अमेरिकी दक्षिणपंथियों ने उठाई आउटसोर्सिंग रोकने की मांग, ट्रंप से कार्रवाई की अपीलBRICS Summit 2025: मोदी की जगह जयशंकर लेंगे भाग, अमेरिका-रूस के बीच संतुलन साधने की कोशिश में भारतTobacco Stocks: 40% GST से ज्यादा टैक्स की संभावना से उम्मीदें धुआं, निवेशक सतर्क रहेंसाल 2025 में सुस्त रही QIPs की रफ्तार, कंपनियों ने जुटाए आधे से भी कम फंड

CPSE में नियमित कर्मचारियों की संख्या घटी, ठेके पर काम करने वालों में 8.8% की बढ़ोतरी

केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसई) में वित्त वर्ष 24 में नियमित कर्मचारियों की संख्या 3.14 प्रतिशत कम होकर 8,14,018 रह गई है।

Last Updated- December 25, 2024 | 11:51 PM IST
Regular employees in CPSEs dropped 3.1% to 0.81 million in FY24: Survey CPSE में नियमित कर्मचारियों की संख्या घटी, ठेके पर काम करने वालों में 8.8% की बढ़ोतरी

केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसई) में वित्त वर्ष 24 में नियमित कर्मचारियों की संख्या 3.14 प्रतिशत कम होकर 8,14,018 रह गई है। इसी दौरान ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या 8.8 प्रतिशत बढ़कर 7,04,565 पहुंच गई है। इसी सप्ताह जारी सीपीएसई के सर्वे में यह बात कही गई। इसमें बताया गया है कि इस क्षेत्र में कुल 15 लाख लोग कार्यरत हैं और इनमें 2.05 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

सर्वे के अनुसार वित्त वर्ष 24 के दौरान कुशल कामगारों की हिस्सेदारी 81.06 प्रतिशत (659,812) रही। पावर ट्रांसमिशन, भारी एवं मध्यम इंजीनियरिंग और दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सबसे अधिक कुशल नियमित कार्यबल है। जबकि औद्योगिक एवं उपभोक्ता वस्तु, व्यापार एवं मार्केटिंग तथा कोयला क्षेत्र में ऐसे कर्मियों की संख्या सबसे कम है।

वित्त वर्ष 24 के दौरान सीपीएसई में कुल कार्यबल में महिलाओं की हिस्सेदारी 9.5 प्रतिशत दर्ज की गई और पिछले साल के 74,867 से बढ़कर यह संख्या 77,625 पहुंच गई। कुल महिला कामगारों में 31.0 प्रतिशत प्रबंधकीय अथवा कार्यकारी पदों पर कार्यरत हैं जबकि 9 प्रतिशत सुपरवाइजर जैसी जिम्मेदारियां संभाल रही हैं। इसके अलावा 59.3 प्रतिशत कर्मचारी वर्ग में आती हैं। कोयला, रक्षा उत्पादन और दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सबसे ज्यादा महिलाएं कार्यरत हैं।

इनके अलावा 31 मार्च 2024 तक सीपीएसई में 17,242 दिव्यांगजन कार्यरत थे, जो कुल कार्यबल का 2.13 प्रतिशत है। इसी प्रकार एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग की हिस्सेदारी भी अच्छी खासी है। कुल कर्मचारियों में आरक्षित वर्गों से 4,45,000 लोग कार्यरत हैं।

First Published - December 25, 2024 | 11:29 PM IST

संबंधित पोस्ट