प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बिहार के पश्चिमी चंपारण में 12,800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन परियोजनाओं का सबसे ज्यादा लाभ रोजगार की तलाश में भटक रहे युवाओं को मिलेगा।
इस मौके पर उन्होंने रेल, सड़क, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस से संबंधित कई आधारभूत परियोजनाओं को देश को समर्पित किया और कई का शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूद नहीं थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार में आधुनिक रेल इंजन विनिर्माण फैक्टरियों की शुरुआत उनकी सरकार के कार्यकाल में हुई है। जितनी भी रेल लाइन बिछाई जा रही हैं और जितनी ट्रेनें शुरू की जा रही हैं, वे सभी भारत में बन रही हैं।
उन्होंने 109 किमी इंडियन ऑयल की मुजफ्फरपुर-मोतीहारी एलपीजी पाइपलाइन, इंडियन ऑयल के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और भंडारण टर्मिनल का भी उद्घाटन किया। उन्होंने पूरब और पश्चिम चंपारण में सिटी गैस वितरण परियोजना समेत कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी और कई का उद्घाटन भी किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद और उनका परिवार ‘बिहार का सबसे बड़ा गुनहगार’ है। प्रधानमंत्री ने उन पर एक दशक से अधिक के कार्यकाल के दौरान राज्य में जंगल राज कायम करने का आरोप लगाया।
पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आरोप लगाया कि राजद-कांग्रेस गठबंधन के कुशासन के परिणामस्वरूप बिहार के युवा बड़ी संख्या में पलायन करने के लिए मजबूर हुए और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सत्ता संभालने के बाद ही राज्य में चीजें बेहतर दिखने लगीं।