भारत

अमेरिका ने 104 प्रवासियों को सैन्य विमान से भारत भेजा

शशि थरूर ने कहा कि अमेरिका अवैध प्रवासियों को वापस भेजने का हकदार है लेकिन इसमें एकमात्र समस्या यह थी कि उन्हें सैन्य विमान में वापस भेजा गया है।

Published by
बीएस संवाददाता   
Last Updated- February 05, 2025 | 10:51 PM IST

अमेरिका का एक सैन्य विमान 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर बुधवार दोपहर अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचा। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक निर्वासित लोगों में से 30 पंजाब से, 33-33 हरियाणा और गुजरात से, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से तथा दो चंडीगढ़ से हैं।
विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि निर्वासितों को ‘हथकड़ी’ लगाई गई थी और ‘अपमानित’ किया गया। हालांकि कांग्रेस के लोकसभा सांसद और विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति के प्रमुख,शशि थरूर ने कहा कि अमेरिका अवैध प्रवासियों को वापस भेजने का हकदार है लेकिन इसमें एकमात्र समस्या यह थी कि उन्हें सैन्य विमान में वापस भेजा गया है।

थरूर की अध्यक्षता वाली समिति ने मंगलवार को एक बैठक की जिसमें निर्वासन के मुद्दे पर चर्चा की गई। बाद में सोशल मीडिया एक्स पर किए गए पोस्ट में उन्होंने कहा कि अमेरिका में 725,000 भारतीय अप्रवासी थे जो तीसरा सबसे बड़ा समूह है और मेक्सिको और अल सल्वाडोर के नागरिकों की संख्या भारत से ज्यादा है। थरूर ने कहा, ‘अक्टूबर 2020 से अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा अधिकारियों ने कनाडा या मेक्सिको से अवैध रूप से सीमा पार करने की कोशिश कर रहे करीब 170,000 भारतीय प्रवासियों को हिरासत में लिया है और वे सभी निर्वासन के दायरे में आएंगे।’

अमृतसर में पंजाब के प्रवासी मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल निर्वासितों से बात करने के लिए मौजूद थे। उन्होंने कहा कि कुल 104 भारतीयों को अमेरिका से निर्वासित किया गया और उनमें से 30 पंजाब के हैं।

उन्होंने कहा, ‘सभी स्वस्थ और ठीक हैं। उनकी यात्रा लंबी थी। उन्होंने (निर्वासितों ने) अपना भोजन किया।’ उन्होंने कहा कि पहले समूह में पंजाब के लोगों की कागजी कार्रवाई पूरी की गई। इसके बाद हरियाणा, गुजरात और अन्य राज्यों के लोगों की आव्रजन प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

First Published : February 5, 2025 | 10:51 PM IST