K Kavitha Arrested: दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में आज यानी गुरुवार को केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता (K Kavitha) को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले उनको प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से गिरफ्तार किया गया था और तिहाड़ जेल में बंद थीं। CBI ने उन्हें वहीं से गिरफ्तार किया है।
CBI के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत राष्ट्र समिति (BRS) की दिग्गज नेता से दिल्ली के कथित आबकारी नीति घोटाला मामले में पूछताछ की जाएगी। CBI के अधिकारियों ने हाल में दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट से अनुमति लेने के बाद जेल के अंदर कविता से पूछताछ की थी।
बता दें कि पिछले महीने 15 मार्च को ED ने के कविता को हैदराबाद के बंजारा हिल्स स्थित उनके आवास से ही गिरफ्तार किया था। कविता ने अपने 16 साल के बेटे की चल रही परीक्षाओं का हवाला देते हुए जमानत की अर्जी दी थी।
4 अप्रैल को ED और के कविता की दलीलें सुनने के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और सोमवार को अपना फैसला सुनाया। फैसले में भी के कविता को राहत नहीं मिली।
जांच एजेंसी का मानना है कि आम आदमी पार्टी (AAP) को कथित तौर पर आबकारी नीति में बदलाव के लिए रिश्वत के तौर पर 100 करोड़ रुपये दिए गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन पहलुओं पर कविता से पूछताछ के लिए CBI अधिकारी शनिवार को तिहाड़ जेल गए थे।
जांच एजेंसियों का मानना है कि के कविता का ‘साउथ ग्रुप’ से कनेक्शन था। वह ‘साउथ ग्रुप’ की मेंबर थी, जिसने दिल्ली में शराब नीति में बदलाव की पेशकश की थी। केंद्रीय एजेंसियों का आरोप है कि साउथ ग्रुप ने दिल्ली में शराब लाइसेंस में हिस्सेदारी के बदले में आम आदमी पार्टी (AAP) को 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की रिश्वत दी थी।
के कविता से जुड़ा यह मामला दिसंबर 2022 को तूल पकड़ता है जब ED ने आरोपी अमित अरोड़ा के रिमांड पेपर में दावा किया था कि आम आदमी पार्टी के नेताओं के लिए विजय नायर और दूसरे लोगों को ‘साउथ ग्रुप’ की तरफ से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई थी।
BRS नेता से सह-आरोपी बुचीबाबू गोरंतला के फोन से बरामद व्हाट्सऐप चैट (WhatsApp chat) और एक जमीन के सौदे से संबंधित दस्तावेजों के बारे में पूछताछ की गई थी। अकाउंटेंट बुचीबाबू को पिछले साल फरवरी में गिरफ्तार किया गया था। माना जाता है कि बुचीबाबू के कविता का अकाउंट संभाला करता था।
बुचीलाल के बाद ईडी ने अरुण रामाचंद्रन पिल्लई को गिरफ्तार किया औऱ पूछताछ की। पिल्लई ने बताया कि कविता और दिल्ली की आम आदमी पार्टी के बीच कुछ बातचीत हुई थी। बता दें कि पिल्लई हैदराबाद का एक व्यवसायी है और रिश्वत देने वाले ‘साउथ ग्रुप’ के प्रमुख सदस्यों में से एक है।
पिल्लई ने बताया था कि इस रिश्वत की लेन-देन में कविता की फार्मा कंपनी ‘इंडोस्पिरिट्स’ का भी रोल था। एजेंसी से पूछताछ में पिल्लई ने यह भी बताया कि एक मीटिंग में उनके साथ, विजय नायर, के कविता और दिनेश अरोड़ा शामिल हुए थे, जिसमें रिश्वत की रकम को लेकर चर्चा की गई थी।
दिल्ली के कथित शराब घोटाले की शुरुआत 17 नवंबर 2021 को हुई जब दिल्ली की केजरीवाल सरकार शराब को लेकर नई एक्साइस पॉलिसी यानी आबकारी नीति को लागू कर दिया। नई पॉलिसी के तहत दिल्ली सरकार ने ऐलान किया कि अब वह शराब कारोबार में शामिल नहीं होगी। सरकार के इस ऐलान के बाद दिल्ली की सभी शराब की दुकाने सरकारी के बजाय प्राइवेट यानी निजी हाथों में चली गईं।
सरकार ने तर्क दिया कि इससे माफिया राज खत्म होगा और सरकार के पास रकम बढ़ेगी। लेकिन इस नीति ने केजरीवाल सरकार को ही हैरान कर दिया और विपक्षी दलों ने जमकर विरोध किए। फिर केजरीवाल सरकार को 28 जुलाई, 2022 को यह पॉलिसी को रद्द करनी पड़ी।
दिल्ली सरकार की इस पॉलिसी को रद्द करने का सबसे बड़ा कारण यह भी रहा कि उस समय के दिल्ली सरकार के तत्कालीन मुख्य सचिव नरेश कुमार ने खुलासा किया कि इस नीति के तहत दिल्ली सरकार ने घोटाला किया है। और बाद में एलजी वीके सक्सेना ने CBI जांच की सिफारिश कर दी।