facebookmetapixel
खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरएयरपोर्ट पर थर्ड-पार्टी समेत सभी सेवाओं के लिए ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार, AERA बनाएगा नया नियमकाठमांडू एयरपोर्ट से उड़ानें दोबारा शुरू, नेपाल से लोगों को लाने के प्रयास तेजभारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, मोदी-ट्रंप ने बातचीत जल्द पूरी होने की जताई उम्मीदApple ने उतारा iPhone 17, एयर नाम से लाई सबसे पतला फोन; इतनी है कीमतGST Reforms: इनपुट टैक्स क्रेडिट में रियायत चाहती हैं बीमा कंपनियांमोलीकॉप को 1.5 अरब डॉलर में खरीदेंगी टेगा इंडस्ट्रीज, ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा कदGST 2.0 से पहले स्टॉक खत्म करने में जुटे डीलर, छूट की बारिशEditorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौती

बिजली उत्पादकों के अतिरिक्त राजस्व की हो सकती है रिकवरी

शुरुआती प्रस्तावों के मुताबिक बिजली के हाजिर कारोबार की एक समान मूल्य सीमा होगी, बाद में इसकी जगह बिजली उत्पादन के हर स्रोत की नई सीमा तय होगी

Last Updated- June 30, 2023 | 11:33 PM IST
Power Grid's board of directors approves raising up to Rs 5,000 crore through bonds पावर ग्रिड के निदेशक मंडल ने बॉन्ड के जरिये 5,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की दी मंजूरी

बिजली प्लांटों की हाजिर बाजारों में हुई कमाई से अतिरिक्त राजस्व की वसूली की योजना बन रही है। सरकार से जुड़े सूत्रों ने कहा कि इसका इस्तेमाल संकट के समय गैस से चल रहे संयंत्रों को धन मुहैया कराने में किया जाएगा।

शुरुआती प्रस्तावों के मुताबिक बिजली के हाजिर कारोबार की एक समान मूल्य सीमा होगी, बाद में इसकी जगह बिजली उत्पादन के हर स्रोत की नई सीमा तय होगी। मांग और आपूर्ति के आधार पर जब एकबार बाजार में कीमत की खोज हो जाएगी, उस सीमा से ज्यादा दाम पर बेची गई बिजली से जुटाया गया धन अतिरिक्त राजस्व माना जाएगा और इसे संकट योजना के लिए वसूला जाएगा।

इससे बिजली के खुदरा कारोबारियों को मदद मिल सकती है, जो ज्यादा कीमत रहने पर बाजार से बिजली खरीदने के लिए संघर्ष कर रही होती हैं, वहीं इससे हाजिर बाजार में बिजली बेचने वाली कंपनियों के मुनाफे पर बुरा असर पड़ सकता है। इसके बारे में चर्चा शुरुआती चरण में होने का हवाला देते हुए नाम न दिए जाने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, ‘कोई औपचारिक प्रस्ताव नहीं आया है, लेकिन 23 जून को हुई बैठक में एक सुझाव आया है, जिस पर आगे चर्चा हो सकती है।’

इसके बारे में ई मेल भेजकर पूछे गए सवाल का केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने कोई जवाब नहीं दिया है। एक अन्य सूत्र ने कहा कि केंद्रीय बिजली मंत्री आरके सिंह ने देश भर में 24 घंटे बिजली मुहैया कराए जाने को लेकर 23 जून को बैठक की अध्यक्षता की थी, जिसमें हर स्रोत से बिजली की अलग कीमत तय किए जाने पर चर्चा की गई थी।

First Published - June 30, 2023 | 11:33 PM IST

संबंधित पोस्ट