वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्टार्टअप और फिनटेक कंपनियों की चिंता को दूर करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को उनके साथ हर महीने बैठक करने के लिए कहा है।
वित्त मंत्री ने स्टार्टअप और फिनटेक फर्मों के साथ आज हुई बैठक में अपने सुझाव दिए। इस बैठक में रेजरपे, क्रेड और वेंचर कैपिटल फर्म पीक-15 सहित करीब 50 फर्मों के आला अधिकारी शामिल थे।
एक अधिकारी ने कहा, ‘वित्त मंत्री ने आरबीआई को सुझाव दिया कि स्टार्टअप और फिनटेक फर्मों की चिंताएं और दिक्कतें दूर करने के लिए वह हर महीने एक तय तारीख पर उनके साथ वर्चुअल बैठक करे।’ अधिकारी ने यह भी कहा कि बैठक में स्टार्टअप संस्थापकों या फिनटेक कंपनियों की ओर से पेटीएम संकट के कारण कोई परेशानी या चिंता नहीं दिखी।
स्टार्टअप कंपनियों ने बैठक में साइबर सुरक्षा से संबंधित चिंता का मसला भी उठाया। कुछ स्टार्टअप ने सुझाव दिया कि सरकार को ऐसी धोखाधड़ी से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठाने चाहिए। स्टार्टअप और फिनटेक फर्मों ने गिफ्ट सिटी के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
बैठक में वित्तीय सेवाओं के सचिव विवेक जोशी, डीपीआईआईटी सचिव राजेश कुमार सिंह और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव एस कृष्णन के साथ आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर भी मौजूद रहे।
भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश खारा और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम के अधिकारियों ने भी इसमें शिरकत की। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब आरबीआई ने नियमों का उल्लंघन करने के मामले में पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कड़ी कार्रवाई की है। इससे फिनटेक उद्योग में नियामकीय अनुपालन का मुद्दा भी चर्चा में आ गया है।